आपने देश दुनिया में जब भी अमीर व्यक्तियों के नाम देखे होंगे, उनमें से ज्यादातर बिजनेसमैन होंगे. कोई किसान भी अमीर हो सकता है, वह भी भारत का, यह शायद आपने सोचा भी नहीं होगा. लेकिन आपकी यह सोच गलत है. भारत में भी कई किसान ऐसे हैं जो करोड़पति हैं. उन्होंने अपनी खेती बाड़ी के दम पर करोड़ों की संपत्ति बनाई है. आज हम आपको भारत के उन्हीं कुछ किसानों के बारे में बताएंगे, जिन्हें भारत के सबसे अमीर किसानों में गिना जाता है.


पहले नंबर पर रामशरण वर्मा हैं


रामशरण वर्मा उत्तर प्रदेश के दौलतपुर के रहने वाले हैं. यह यूपी के एक बड़े किसान हैं. साल 1990 में मात्र 5 एकड़ से खेती की शुरुआत करने वाले रामशरण वर्मा आज 200 एकड़ से भी ज्यादा जमीन पर खेती करते हैं. साल 2019 में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया था. रामशरण वर्मा ज्यादातर सब्जियों की खेती करते हैं. एक न्यूज वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक, रामशरण वर्मा के सालाना टर्नओवर की बात करें तो यह लगभग दो करोड़ के आसपास है.


दूसरे नंबर पर रमेश चौधरी


भारत के कुछ सबसे अमीर किसानों में दूसरे नंबर पर हैं जयपुर राजस्थान की रमेश चौधरी. रमेश चौधरी के पास तीन पाली हाउस और एक ग्रीनहाउस है. पालीहाउस में जहां रमेश चौधरी टमाटर और खीरे की खेती करते हैं, वहीं ग्रीन हाउस में यह फूलों की खेती करते हैं. इसके साथ ही रमेश चौधरी बड़ी मात्रा में मक्के की भी खेती करते हैं. इनका सालाना टर्नओवर की बात करें तो यह भी दो करोड़ के आसपास है.


तीसरे नंबर पर प्रमोद गौतम


प्रमोद गौतम खेती करने से पहले ऑटोमोबाइल इंजीनियर थे और एक बड़ी कंपनी में नौकरी किया करते थे. लेकिन साल 2006 में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और लगभग 26 एकड़ से खेती की शुरुआत की. सबसे पहले उन्होंने मूंगफली और हल्दी की खेती की. हालांकि, इस खेती में उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ा. इसके बाद प्रमोद गौतम ने संतरा, अंगूर, केला, नींबू, अमरूद जैसे फलों की बागवानी शुरू की और कुछ ही समय में इन्हें भारी मुनाफा होने लगा. इसके बाद प्रमोद गौतम ने कई और फसलों की भी खेती की और एक दाल मिल की स्थापना भी की जहां दाल को प्रोसेसिंग के साथ-साथ पॉलिश भी किया जाता है.


चौथे नंबर पर सचिन काले


सचिन काले छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं. यह भारत के सबसे अमीर किसानों में चौथे नंबर पर आते हैं. किसान बनने से पहले सचिन भी नौकरी किया करते थे. हालांकि साल 2014 में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और एक इनोवेटिव एग्रीलाइफ सलूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी बनाई. यह कंपनी किसानों को एक साथ लेकर कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करती है. इसी के जरिए सचिन काले अच्छा पैसा कमा रहे हैं. आज उनका सालाना टर्नओवर लगभग ढाई करोड़ रुपए के आसपास है.


पांचवे नंबर पर हरीश धनदेव


हरीश धनदेव राजस्थान के रहने वाले हैं. किसान बनने से पहले वह पेशे से एक इंजीनियर थी. इन्होंने भी अपनी नौकरी छोड़कर किसानी करनी शुरू की. सबसे पहले इन्होंने एलोवेरा की खेती की, इसके बाद इन्होंने एलोवेरा को प्रोसैस्ड करना भी शुरू कर दिया. कुछ ही समय में हरीश धनदेव ने लगभग 100 एकड़ में एलोवेरा की खेती करनी शुरू कर दी और आज इनका सालाना टर्नओवर दो करोड़ के आसपास है.


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