Tea Export: अब चाय एक्सपोर्ट में निखरेगा भारत, रूस करेगा मेगा खरीद, किसानों को भी ये होगा फायदा
केन्या में चाय महंगी होने के कारण रूस ने चाय खरीदारी के लिए भारत का रुख किया है. इससे वैश्विक स्तर पर भारत की चाय बिक्री में भागीदारी बढ़ेगी. किसानों को भी फायदा होगा.
Tea Export From INDIA: ईस्ट इंडिया में चाय का बड़ा उत्पादन होता है. इसके अलावा भारत के अन्य क्षे़त्रों में भी चाय की बुवाई होती है. वैश्विक मंच पर चाय उत्पादन और एक्सपोर्ट के मामले में भारत की स्थिति अन्य देशों से बेहतर है. चाय आयात करने में भी भारत का दबदबा विश्व में रहा है. रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद फसलों के एक्सपोर्ट के हालात काफी बदल गए हैं. केन्या चाय का बड़ा उत्पादक नेशन हैं. वहां चाय महंगी होने की खबरें आ रही हैं. इसी को लेकर भारत से चाय एक्सपोर्ट करने के लिए रूस ने भारत की ओर कदम बढ़ा दिए हैं. भारतीय चाय कारोबारियों का कहना है कि रूस की वजह भारत की चाय बिक्री में बढ़ोत्तरी देखी गई है. इससे किसानों को लाभ मिलेगा. अधिक चाय उत्पादन करने के साथ ही अधिक आय भी हो सकेगी.
युद्ध की वजह से बढ़ा चाय एक्सपोर्ट
रूस यूक्रेन युद्ध(Russian Ukraine War) का असर पूरी दुनिया पर पडा़ है. श्रीलंका में हुई आर्थिक मंदी ने भी सभी देशों पर इफेक्ट डाला है. अभी तक रूस केन्या से चाय खरीदता था. लेकिन वहां चाय के दाम बढ़ गए हैं. इसी कारण रूस भारत से चाय की खरीदारी करने जा रहा है. वर्ष 2022 के पहले आठ महीने में रूस को भारत का चाय निर्यात एक साल पहले की तुलना में 5 प्रतिशत तक ही है. हालांकि चाय के रेटों में प्रति किलोग्राम 13 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई थी. साउथ इंडिया से भी कापफी चाय रूस को एक्सपोर्ट हो रही है
रूस खरीद रहा 163 रुपये प्रतिकिलो चाय
एक्सपर्ट का कहना है कि इंडियन टी रूसी मार्केट में काफी पसंद की जा रही है. रूस भारत से 163 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर चाय खरीद रहा है. बाजार रेट 180 रुपये प्रति किलोग्राम है. रूस जिस हिसाब से भारत से चाय खरीद रहा है. उसका आंकलन करें तो भारतीय चाय का निर्यात बढ़कर 14 करोड़ टन हो जाएगा. मौजूदा समय में यह लगभग 120 मिलियन टन है. हालांकि भारतीय निर्यातकों की कोशिश है कि चाय निर्यात को बढ़ाकर 300 मिलियन टन तक पहुंचाया जाए. इसमें काफी वक्त लगेगा.
चार महीने पहले ये रही स्थिति
कैलेंडर वर्ष 2022 में जनवरी से जुलाई की अवधि के दौरान चाय का निर्यात बढ़कर 11.63 करोड़ किलोग्राम हो गया था. पिछले साल इसी सीजन में यह 10.33 करोड़ किलोग्राम रहा था. चाय बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सबसे बड़े आयातक देशों के राष्ट्रकुल (CIS) को निर्यात जनवरी-जुलाई अवधि में पिछले साल की समान अवधि के 2.49 करोड़ किग्रा के मुकाबले लगभग 2.52 करोड़ किग्रा पर चाय का बाजार रहा.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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