Processed Food Export: भारत के कृषि उत्पादों को पहले से ही दुनियाभर में पसंद किया जा रहा है, लेकिन अब प्रोसेस्ड और रेडी-टू-ईट फूड भी विदेशियों को लुभा रहे हैं. वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों की मानें तो देश में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात 13 प्रतिशत से बढ़कर 19.69 अरब डॉलर पहुंच गया है. यह चालू वित्त वर्ष अप्रैल-दिसंबर 2022-23 के आंकड़े हैं, जिसमें चीनी, बासमती और गैस बासमती चावल के निर्यात में खास तौर पर ग्रोथ दर्ज की गई है.
बासमती, गैर-बासमती चावल का एक्सपोर्ट बढ़ा
रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल-दिसंबर 2022-23 के दौरान बासमती चावल का निर्यात 40.26% की ग्रोथ के साथ 3.33 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जबकि 3.35% की ग्रोथ के साथ गौर-बासमती चावल का निर्यात भी 4.66 अरब डॉलर दर्ज किया गया है.
गेहूं निर्यात में ग्रोथ दर्ज
वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों की मानें तो अप्रैल से दिसंबर 2022-23 के बीच गेहूं के निर्यात में 4 प्रतिशत की ग्रोथ देखी गई है. अप्रैल से दिसंबर 2021-22 के दौरान भारत ने 145.2 करोड़ डॉलर का गेहूं निर्यात किया था, जबकि अप्रैल-दिसंबर 2022 में 4 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ गेहूं का निर्यात 150.8 करोड़ डॉलर हो गया है.
विदेशियों को पंसद आए देसी फल-सब्जी
देश की मिट्टी में उगने वाले ताजे फल और सब्जियों को भी विदेश में काफी पसंद किया जा रहा है. अप्रैल से दिसंबर 2021 तक फल-सब्जियों को निर्यात 1078.1121 करोड़ डॉलर तक सीमित थी, वो चालू वित्त वर्ष में बढ़कर 1472.1129 करोड़ डॉलर हो गया है. दालों के निर्यात में भी पिछले 9 महीनों के दौरान 80.38 प्रतिशत की ग्रोथ देखी गई है. अप्रैल-दिसंबर 2021-22 में मसूर का निर्यात 242 अरब डॉलर से बढ़कर चालू वित्त वर्ष में 436 अरब डॉलर हो गया है.
मांस, डेयरी, पोल्ट्री निर्यात स्थिर
चालू वित्त वर्ष में पिछले 9 महीनों के दौरान मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पादों का निर्यात कुछ खास नहीं रहा. यह अप्रैल-दिसंबर 2021-22 में 3061 अरब डॉलर था, जो अप्रैल-दिसंबर, 2022-23 में 0.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3040 अरब डॉलर ही रह गया है.
चीनी, बासमती चावल, गेहूं, दालों के बढ़ते निर्यात को लेकर एपीडा के अध्यक्ष एम अंगमुथु ने बताया कि 'हम किसानों, निर्यातकों, प्रसंस्करणकर्ताओं और भारतीय मिशनों समेत सभी हितधारकों के साथ जुड़े हुए हैं, ताकि देश से गुणवत्तापूर्ण और उच्च मूल्य के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात सुनिश्चित किया जा सके.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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