Coffee Marketing: अब कॉफी किसानों की बढ़ेगी इनकम, सरकार ने बनाई ये स्कीम, हर किसान को होगा सीधा फायदा
Indian Coffee Board ने कॉफी के लिए बेंगलुरु हेडक्वार्टर में रोस्टिंग और ग्राइंडिंग की सुविधा चालू की है. करीब 6 वैरायटी की मार्केटिंग और प्रमोशन के लिए भी बड़ी ई-कॉमर्स तक पहुंचने का भी प्लान है.
Indian Coffee Export: केंद्र सरकार के तहत आने वाले कॉफी बोर्ड ने अब भारतीय कॉफी को देश-विदेश में लोकप्रिय बनाने के लिए ई-कॉमर्स से जुड़ने का फैसला किया है. भारतीय कॉफी की प्रमुख 6 वैरायटी के साथ कूर्ग और चिक्कमंगलुरु की जीआई टैग कॉफी (GI Tag Coffee) के प्रॉडक्ट्स अब अमेजन, फ्लिपकार्ट और मीशो पर प्रमोट करके बेचे जाएंगे. रिपोर्ट्स की मानें तो कॉफी बोर्ड के अधिकारियों का मेन फोकस किसानों की आय बढ़ाने पर है, जिसके लिए कॉफी को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर फेमस करके सीधा ग्राहक तक पहुंचाया जाएगा.
ई-कॉमर्स साइट पर लॉन्च करने का प्लान
इस मामले में कॉफी के वित्त निदेशक एनएन नरेंद्र बताते हैं कि हम बाजार में शुद्ध कॉफी के लिए भी जगह बनाना चाहते हैं. यही वजह है कि कॉफी बोर्ड अब बागान से कॉफी लेकर प्रसंस्करण और पैकिंग कर रहा है. अब कॉफी के इन प्रॉडक्ट्स को फ्लिपकार्ट, अमेजन और मीशे जैसी ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर लॉन्च करने की प्लानिंग है. हमारा लक्ष्य इस कॉफी का प्रचार करना है, ना कि लाभ कमाना है. कॉफी बोर्ड ने अपने परिचालन की लागत को कवर करने के लिए कम से कम मार्जिन रखा है. इस कदम से देश के कॉफी क्षेत्र के विकास-विस्तार को गति मिलेगी.
FSSAI से मिल चुका है सर्टिफिकेशन
भारतीय कॉफी का प्रसंस्करण कर बाजार में उतारने के लिए बैंगलुरु हेडक्वार्टर में रोस्टिंग और ग्राइंडिग की सुविधा भी चालू की गई है. यहां सीधा ऑर्डर पर कॉफी तैयार करके उसकी मार्केटिंग की जाती है. क्वालिटी कंट्रोल के लिए कॉफी बोर्ड का डिपार्टमेंट खुद कॉफी की प्रीमियम क्वालिटी को चेक करता है. बता दें कि कॉफी ऑफ इंडिया ब्रांड को FSSAI से सर्टिफिकेशन भी मिला हुआ है, जो अच्छी क्वालिटी के फूड का मानक है. अच्छी क्वालिटी की कॉफी को बाजार में उतारने के लिए अलग-अलग इलाकों में मशहूर जीआईटैग कॉफी को सीधा उत्पादकों से खरीदा जाएगा.
बढ़ेगी किसानों की इनकम
एक्सपर्ट्स ने बताया कि कूर्ग अरेबिका और चिक्कमंगलुरु अरेबिका जीआई टैग कॉफी पहले से ही ई-कॉमर्स साइट्स पर मौजूद है, लेकिन अब बोर्ड अराकू घाट और दूसरी जगहों से भी रजिस्टर्ड कॉफी को उपलब्ध करवाने की भी योजना बना रहा है. इसका फायदा सीधा क्षेत्रीय किसानों और उत्पादकों को ही मिलेगा. बता दें कि भारतीय कृषि उत्पादों के निर्यात में कॉफी का प्रमुख स्थान है. देश में करीब 3.5 लाख कॉफी का उत्पादन मिल रहा है, जिसका दो-तिहाई हिस्सा दूसरे देशों को निर्यात कर दिया जाता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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