Coffee Production: भारत का कृषि निर्यात बढ़ने से कृषि और किसानों को आर्थिक मजबूती मिल रही है. रुझान ये है कि भारत की मिट्टी में उपजे अब फल, सब्जी, अनाज तक दूसरे कृषि उत्पाद भी पूरी दुनिया को खूब भा रहे हैं. तभी तो अब कृषि निर्यात (Agriculture Export) में भी उछाल आ रहा है. इन दिनों भारत की कॉफी (Indian Coffee) का चस्का भी पूरी दुनिया की जुबान पर चढ़ा हुआ है. ताजा आंकड़े बताते हैं कि भारत में पैदा होने वाली 70 फीसदी कॉफी तो विदेशों में ही निर्यात (Coffee Export) कर दी जाती है.
पिछले कुछ सालों में कॉफी का निर्यात काफी हद तक बढ़ गया है, जिसके चलते नेशनल कमोडिटीज एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX)ने भी रॉबस्टा AB कॉफी की वायदा कारोबार (Contract Busines) शुरु करने का फैसला लिया है. इसके अलावा दुनिया की पंसदीदा कॉफी में से एक नेसकैफे कंपनी भी NESCAFÉ योजना 2030 पर काम कर रही है.
सबसे अच्छी बात यह है कि पहले कॉफी का उत्पादन सिर्फ दक्षिण भारतीय राज्यों पर ही सीमित था, लेकिन अब जापान ने मणिपुर की कॉफी खरीदने का फैसला किया है. इन्हीं रुझानों के बाद अब कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के साथ-साथ आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और मणिपुर में भी कॉफी का उत्पादन क्षेत्र बढ़ाया जा रहा है.
2021-22 में बढ़ा कॉफी का निर्यात
हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत से कॉफी का निर्यात काफी हद तक बढ़ गया है. जहां साल 2010-11 तक 185 हजार टन कॉफी विदेशी को निर्यात की गई वहीं साल 2020-21 में यही निर्यात 245 हजार टन हो गया. यानी सिर्फ 10 साल के अंदर भारत से कॉफी के निर्ताय में 32.43 प्रतिशत की बढ़ दर्ज की गई है. इतना ही नहीं, साल 2021-22 में भी साल के मुकाबले करीब 42 प्रतिशत अधिक कॉफी का निर्यात हुआ है.
भारत बना कॉफी का शहनशाह
विश्व आर्थिक मंच की रिपोर्ट में सामने आया है कि साल 2020 में भारत ही पूरी दुनिया का सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक देश बनकर उभरा है. कॉफी निर्यात से कमाई के आंकड़ों पर बात करें तो साल 2021-22 के दौरान 1.02 बिलियन डॉलर रुपये की कॉफी का निर्यात हुआ है. वहीं मार्च से लेकर फरवरी के बीच 114.7 मिलियन डॉलर की कॉफी एक्सपोर्ट हुई है, जो 22 प्रतिशत की ग्रोथ को दर्शाता है.
छोटे उत्पादकों की होगी मदद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनसीडीएक्स के एमडी-सीईओ अरुण रास्ते ने बताया कि दक्षिण भारत के राज्यों में कई छोटें और सीमांत किसान कॉफी उत्पादन क्षेत्र से जुड़े हुये हैं. ऐसे में इंटरनेशनल मार्केट से भारतीय बाजारों की कीमतों में उतार-चढ़ाव का खतरा बना रहता है. ऐसी स्थिति में नये कांट्रेक्ट की मदद से कॉफी के देसी उत्पादकों को पर्सनल और प्रोफेशनल लेवल पर कीमतों से जोखिम से सुरक्षित रहने में मदद मिलेगी.
भारत में कॉफी उत्पादन
पूरी दुनिया में लगभग 1 करोड़ टन कॉफी का उत्पादन (Coffee Production) हो रहा है. इसमें 3.5 से 4% तक हिस्सेदारी भारत की है. भारत में करीब 71% कॉफी उत्पादन कर्नाटक, 21% केरल, 5% तमिलनाडु में हो रहा है. इसमें उत्पादन के 65 से 70% कॉफी का निर्यात (Coffee Export) कर दिया जाता है, जिसके बाद भारत में इसकी खपत के लिये प्रोसेसिंग (C0ffee Processisng) आदि की जाती है. अब कॉफी की बढ़ती डिमांड (Coffee Demand) के मद्देनजर दक्षिण भारतीय राज्यों पर बोझ कम करते हुये आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और पूर्वोत्तर राज्यों में भी गैर पारंपरिक इलाकों कॉफी के बागानों (Coffee Orchards) का विकास किया जा रहा है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
इसे भी पढ़ें:-