Millets Production In India: भारत की पहल पर अगला साल मोटे अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. भारत की पैरवी के बाद ही संयुक्त राष्ट्र ने अगले साल को मिलेट्स ईयर घोषित किया था. ऐसे में भारतवासियों के लिए नए साल में मोटे अनाज को विश्व पटल पर चमकाना भारतीयों के लिए गर्व की बात है. मिलेट्स के प्रोत्साहन के लिए केंद्र सरकार अन्य देशों से भी सहयोग की अपेक्षा कर रही है. अब ऐसा ही कदम भारत सरकार की ओर से उठाया गया है, जिसकी चारों ओर तारीफ हो रही है. 


जिम्बाब्वे को इंडियन मिलेट्स पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव


भारत ने जिम्बाब्वे के साथ मिलकर एक पहल की है. भारत ने जिम्बाब्वे को उसके एक हिस्से में भारतीय बाजरा पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जिम्बाब्वे की संसद के अध्यक्ष एडवोकेट जैकब फ्रांसिस न्ज्विदामिलिमो मुडेन्डा से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की थी. इंडियन प्रेसीडेंट ने तभी जिम्बाब्वे की संसद के अध्यक्ष के सामने यह प्रस्ताव रखा था. भारतीय आर्थिक व्यापार संगठन ने नई दिल्ली मेें भारत-जिम्बाब्वे बैठक की मेजबानी की. 


दोनों देशों के बीच बढ़ेगा कारोबार


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय आर्थिक व्यापार संगठन के अध्यक्ष डॉ. आसिफ इकबाल ने जिम्बाब्वे के संसद अध्यक्ष एडवोकेट जैकब फ्रांसिस एनजविडामिलिमो का स्वागत किया. मुडेन्डा के साथ चार सांसद रहे. बैठक में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध अहम हैं. इसे मजबूत करने को और अधिक प्रयास किए जाने चाहिए. 


भारत की मिलेट्स उत्पादन में विश्व में 41 प्रतिशत भागीदारी


भारत मिलेट्स का बहुत बड़ा उत्पादक देश है. विश्व में 41 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलेट्स उत्पादन में अकेले भारत की है. एफएओ (खाद्य और कृषि संगठन) के अनुसार, 2020 में मिलेट्स का विश्व उत्पादन 30.464 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) था और भारत की हिस्सेदारी 12.49 एमएमटी थी. यह कुल बाजरा उत्पादन का 41 प्रतिशत है. भारत लगातार मिलेट्स उत्पादन में ग्रोथ भी कर रहा है. पिछले साल 15.92 एमएमटी के बाजरा उत्पादन की तुलना में 2021-22 में बाजरा उत्पादन में 27 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है.


3 साल में 3 बिलियन डॉलर बढ़ेगा मिलेट्स मार्केट


विशेषज्ञों ने बताया कि मिलेट्स मार्केट विश्व में फास्ट ग्रोइंग मार्केट है. मिलेट्स मार्केट अभी 9 अमेरिकन बिलियन डॉलर है. 2025 तक इसके 12 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है. ऐसा होने पर मिलेट्स का बड़ा मार्केट विश्व में होगा. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 2021-22 में बाजरा के निर्यात में 8.02 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, क्योंकि निर्यात पिछले वर्ष के 147,501.08 एमएमटी के मुकाबले 159,332.16 एमएमटी था


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.




यह भी पढ़ें:- इस मोबाइल एप की मदद से स्मार्ट बनेंगे किसान, खेतों में ऑन स्पॉट मिलेगा तकनीकी प्रॉबलम का हाईटैक सोल्यूशन