Agriculture Exhibition: अन्तराष्ट्रीय कृषि कार्निवाल से होगी 12 देशों की भुखमरी को दूर करने की कोशिश
मेले की मदद से भारत में पैदा होने वाले उन्नत किस्म के बीजों को इन 12 देशों में पैदा करने की कोशिश की जाएगी ताकि प्रोडक्शन बढ़ने से वहां भुखमरी की समस्या से निजात मिल सके.
Agriculture Carnival: वर्ल्ड में कई देश भुखमरी की समस्या से जूझ रहे हैं. वह खाद्यान्न का उत्पादन नहीं होता है, जिससे लोग भुखमरी और गरीबी की चपेट में आ जाते हैं. India के इस स्टेट में एक अंतरराष्ट्रीय मेला लगने जा रहा है. इस प्रदर्शनी में खेती में होने वाली फसलों की उन्नत किस्में दिखाई जाएंगी. यहां 12 देशों के वैज्ञानिक और रिप्रेजेंटेटिव आ रहे हैं. इस मेले की मदद से भारत में पैदा होने वाले उन्नत किस्म के बीजों को इन 12 देशों में पैदा करने की कोशिश की जाएगी ताकि प्रोडक्शन बढ़ने से वहां भुखमरी की समस्या से निजात मिल सके.
IGAU में लगेगा कार्निवाल
Chhatisgarh के Indira Gandhi Agriculture University की ओर से अंतरराष्ट्रीय कृषि मड़ई एग्री कार्निवाल का आयोजन 14 से 18 अक्टूबर तक यूनिवर्सिटी परिसर में ही होगा.साइंटिस्ट नई तकनीक और छत्तीसगढ़ के प्रोडक्ट को अंतरराष्ट्रीय बाजार देने पर चर्चा करेंगे. इस कार्निवल में राज्य शासन के एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट, छत्तीसगढ़ बायोटेक्नोलाजी प्रमोशन सोसायटी, नाबार्ड, कंसल्टेटिव ग्रुप आफ इंटरनेशनल एग्रीकल्चरल रिसर्च, कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा), एनएबीएल तथा अन्य संस्थाएं भी सपोर्ट करेंगी.
इन 12 देशों के साइंटिस्ट सीखेंगे तकनीक
पश्चिमी अफ्रीका व पूर्वी एशिया के काफी देश भुखमरी की समस्या से परेशान हैं. छतीसगढ़ में सेसल्स, मेडागास्कर, केन्या, जांबिया, नाइजीरिया, युगांडा, मोजांबिक, तंजानिया, घाना, बांग्लादेश, भूटान और नेपाल के साइंटिस्ट पहुंच रहे हैं. प्रोग्राम में चावल अनुसंधान में अव्वल अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, फिलीपींस (इरी) के साथ मिलकर भुखमरी व अनाज प्रोडक्शन की कमी से जूझ रहे देशों के कृषि विज्ञानियों को चावल की उन्नत किस्म के विकास की तकनीक सिखाएंगे. कोशिश की जाएगी कि इन देशों में चावल का उत्पादन बढ़ाया जा सके.
अलग- अलग विषयों पर होगी चर्चा
यूनिवर्सिटी के स्तर से 14 से 18 अक्टूबर तक होने वाले कार्निवाल की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है. अलग अलग दिन के लिए अलग अलग कार्यक्रम पर चर्चा होगी. देश में उन्नत बीजों के डेवलपमेंट पर काम किया जाएगा. किस देश में कौन सी फसल बेहतर हो सकती है. इसपर भी विचार किया जाएगा.