Irrigation System In India: रबी फसलों का सीजन शुरू हो गया है. किसान खेतों में रबी फसलों को बो रहे हैं. इस बार केंद्र सरकार के रबी फसलों की बंपर बुवाई के जो आंकड़े सामने आए हैं. वह भी सुखद हैं. फसल बोते समय और बाद में किसानों को सबसे अधिक परेशानी सिंचाई करने की होती है. बारिश न पड़ने से सूखे की स्थिति पैदा हो जाती हैं. इससे खेतों में ही फसल सूख जाती हैं. हालांकि सर्दियों की फसलों में सूखा पड़ने की उतनी टेंशन नहीं होती है. मगर फिर भी 3 से 4 सिंचाई की जरूरत होती है. उत्तर प्रदेश सरकार ने सिंचाई को लेकर किसानों को राहत दी है.
योजना के तहत मिलेगी 3 लाख से अधिक की सब्सिडी
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना संचालित है. योजना के तहत मीडियम व गहरे नलकूपों के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. किसान नलकूपों पर सब्सिडी पाने के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. जो किसान पात्र होने की कैटेगरी में होंगे. उन्हें 1.75 लाख रुपये से लेकर 2.65 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलेगी. दोनों योजनाओं में विद्युतीकरण पर 68 हजार रुपये की सब्सिडी भी है. 150 मीटर लंबाई का काला पाइप बिछेगा. इसके लिए भी 14 हजार रुपये सब्सिडी की व्यवस्था की गई है.
इतना होगा बोरिंग
सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना में 31 मीटर से लेकर 60 मीटर तक बोरिंग की जाएगी. ये लगभग 100 फुट से 200 फीट तक गहरा रहेगा। पाइप का आकार 8 इंच रहेगा. गहरे नलकूप में 60 मीटर से 90 मीटर तक की बोरिंग होगी. ये करीब 200 फीट होगी. किसानों को मध्यम व गहरे बोरिंग के लिए jjmup.org पर पंजीकरण कराना आवश्यक है. बिना पंजीकरण कराए किसी भी किसान को सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगी.
पीएम कुसुम योजना को दिया जाएगा बढ़ावा
योजना के तहत केंद्र सरकार की पीएम कुसुम योजना को भी बढ़ावा दिया जाएगा. नलकूपों का ऊर्जीकरण के लिए पीएम कुसुम योजना सोलर पंपसेट से कराने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी. सोलर पंपसेट की कीमत 2.73 लाख रुपये है. इस पर करीब 1.64 लाख रुपये की सब्सिडी मिलेगी. किसान को जेब से 1.09 लाख रुपये देने होंगे. गहरे नलकूप के सोलर पंपसेट की कीमत 2.73 लाख रुपये है. इसमें अधिकतम सब्सिडी 1.764 लाख रुपये है. इसमें भी किसान की जेब पर 1.09 लाख रुपये का बोझ पड़ेगा. अधिकारियों का कहना है कि जो किसान सब्सिडी पाना चाहते हैं. वह तुरंत वेबसाइट पर पंजीकरण करा लें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.