Har Ghar Jal Mission: देश के सभी गांव में हर घर तक साफ और स्वच्छ पानी पहुंचाने की संकल्पना के साथ 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) की शुरुआत की गई. इस योजना का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा पानी की बचत करके भारत के ग्रामीण इलाकों में नल के जरिये स्वच्छ जल पहुंचाना है. जल जीवन अभियान के तहत चलाये गये इस कार्यक्रम को 'हर घर जल मिशन' (Har Ghar Jal Mission) का नाम दिया गया है.


हाल ही में 'हर घर जल मिशन' ने देश के ग्रामीण इलाकों में पानी की पहुंच सुनिश्चित करके एक बड़ा मुकाम हासिल किया है. जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक जल जीवन मिशन ने देश के करीब 50 फीसदी ग्रामीण घरों तक स्वच्छ पीने के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी है. हालांकि इस रिपोर्ट में कई राज्यों के आंकड़े ज्यादा संतोषजनक नहीं रहे.


50 फीसदी घरों तक पहुंचा स्वच्छ जल
भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक जल जीवन मिशन के तहत 6 राज्यों- गोवा, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, पुडुचेरी और हरियाणा के 100 फीसदी ग्रामीण घरों को नल के जरिये साफ पानी का कनेक्शन दिया जा चुका है.



  • इसके अलावा कुछ राज्यों ने अपने 90 फीसदी ग्रामीण आवासों तक नल के जरिये पानी पहुंचाने का काम किया है.

  • आँकडों की बात करें तो पंजाब में 99 %, गुजरात में 95.56%, हिमाचल प्रदेश में 92.35% और बिहार में करीब 92.72% घरों तक पानी पहुंचाने में सफलता मिल गई है.

  • इन राज्यों में भी 100 फीसदी घरों तक पानी पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है. 


कुछ राज्यों में कमजोर रहा मिशन
जल जीवन मिशन को लेकर कुछ राज्यों की कोशिशें खास कमाल नहीं दिखा पाईं.



  • जल शक्ति मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 11.78 फीसदी, राजस्थान में 13.45 फीसदी, झारखंड में 14.17 फीसदी, छत्तीसगढ़ में 16.66 फीसदी और केरल राज्य में सिर्फ 17.41 फीसदी ग्रामीण घर ही इस योजना का लाभ ले पाये हैं, जो कि चिंता का विषय है.

  • आंध्र प्रदेश में 58.29 %, कर्नाटक में 50.90 %, तमिलनाडू में 43.98 % और केरल के 40.95 % ग्रामीण आवासों तक ही नल के जरिये स्वच्छ जल पहुंचा पाया है. हालांकि इन चारों राज्यों में 100 फीसदी सफलता हासिल करके का काम प्रगति पर चल रहा है.


करोड़ों ग्रामीण घरों को पानी
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा  27 मई तक के आंकड़ों के मुताबिक 108 जिलों, 1,222 मंडलों, 71,667 ग्राम पंचायतों और 1,51,171 गांवों अब नल के जरिये पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं. जाहिर है कि ग्रामीण क्षेत्र अब तेजी से तरक्की करने लगे हैं, पहले ग्रामीण लोग पानी की कमी के कारण शहरों की तरफ पलायन करने पर मजबूर थे. बात करें गांव की महिलाओं और बेटियों की तो पीने का साफ पानी लेने के लिये गांव से बाहर बगीचियों और दूसरे गांव तक चलकर जाना पड़ता था.


खासकर गर्मियों के समय महिलाओं पर पानी की कमी की समस्या बोझ बनती जा रही थी. लेकिन जल शक्ति मंत्रालय की पहल के कारण गांव में महिलाओं की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. साथ ही साल 2019 से लेकर 2022 तक देश के 1,51,171 गांवों के 9.59 करोड़ से ज्यादा घरों को हर घर जल मिशन से लाभ पहुंचाया जा चुका है.


 


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