इतने करोड़ के बजट से कृषि प्रधान राज्य बनेगा जम्मू-कश्मीर, किसानों की आय बढ़ाने के लिए इन चीजों पर खर्च करेगी सरकार
जम्मू-कश्मीर में कृषि और संबंधित क्षेत्रों के लिए सालाना बजट से 3156 करोड़ आबंटित किए गए हैं. इसमें शहद उत्पादन, दूध उत्पादन, मछली पालन और भेड़ पालन के जरिए किसानों की इनकम बूस्ट करने का प्लान है
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Agriculture Budget: जम्मू-कश्मीर में कृषि एंव संबंधित गतिविधियों के जरिए किसानों की आय बढ़ाने पर काफी जोर दिया जा रहा है. हाल ही में जम्मू-कश्मीर के सालाना बजट से शहद उत्पादन, दूध उत्पादन, मछली पालन और भेड़ पालन आदि क्षेत्रों के विकास-विस्तार के लिए 3,156 करोड़ रुपये आबंटित किए हैं. जम्मू-कश्मीर के इन्फॉर्मेशन और पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, इस बजट से किसानों की आय बढ़ाने, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और कृषि संबंधी क्रियाकलापों के जरिए राज्य के आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के लिए तमाम प्रयास किए जाएंगे.
आधिकारिक बयान के मुताबिक, राज्य में 5012 करोड़ रुपये के अनुमानिच खर्च वाली 29 प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स के साथ एक समग्र कृषि विकास योजना की शुरुआत की जा रही है, जो अगले 5 साल के लिए लागू रहेगी. बजट में कृषि भंडारण के लिए भी खास प्रावधान किया गया. करीब 67,000 मीट्रिक टन सीए क्षमता वाले कोल्ड स्टोरेज का निर्माण भी करेगी. इससे किसानों को उपज के सुरक्षित भंडारण और बाजार में सही भाव हासिल करने में आसानी रहेगी.
इतना ही नहीं, राज्य में कटाई उपरांत फसल प्रबंधन के लिए भी एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर पर खास जोर दिया जाएगा. उपज की क्वालिटी कंट्रोल के साथ-साथ बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी.
इन क्षेत्रों पर रहेगा खास फोकस
पहले से ही लैवेंडर, केसर, कमल ककड़ी और भेड़ पालन से जुड़ी गतिविधियों से जम्मू-कश्मीर के कृषि क्षेत्र को खास पहचान मिल रही है. इसी कड़ी में अब राज्य में शहद उत्पादन, दूध उत्पादन, मछली पालन और भेड़ पालन को बढ़ावा दिया जाएगा.
आधिकारिक बयान के मुताबिक, अगले 5 सालों में राज्य की दूध उत्पादकता को 25 लाख मीट्रिक टन से बढ़ाकर 45 लाख मीट्रिक टन करने का प्लान है. इसी के लिए पशुओं में प्रजनन क्षमता का विकास और पशु उत्पादकता को बढ़ाने पर खास फोकस रहेगा. राज्य में प्रति पशु दूध उत्पादन को 2,400 लीटर से 4,300 लीटर तक बढ़ाने के लिए डेयरी क्षेत्र में एचएडीपी प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा.
जम्मू-कश्मीर सरकार ने राज्य में मछली पालन संबंधी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए भी 176 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स को भी हरी झंडी दिखा दी है. अगले 5 साल में शहद उत्पादन को तीन गुना तक बढ़ाने के लिए 46.65 करोड़ रुपये की मधुमक्खी पालन परियोजनाओं को भी मंजूरी दी जाएगी.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक,राज्य में कृषि, बागवानी और संबंधित क्षेत्रों में 2,87,910 लोगों के लिए रोजगार के अवसर और अगले 5 साल में 18,861 नए बिजनेस एंटरप्राइजेज को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे.
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