Agriculture Growth In India: केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के सहयोग से देश में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने का हर संभव प्रयास कर रही है. इसके लिए अलग अलग देशों की तकनीक से भी अपने देश में खेती बाड़ी को समृद्ध किया जा रहा है. अलग अलग देश कृषि समेत अन्य सेक्टर में निवेश भी कर रहे हैं. अब जापान भारत के दो बड़े राज्यों में अपनी कृषि तकनीक का कमाल दिखाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि जापानी तकनीक से फसलें लहलहाएंगी और उपज भी बेहतर हो सकेगी. 


उत्तर प्रदेश में दिखेगी जापानी कृषि तकनीक


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर स्थित चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में जापानी कृषि तकनीक देखने को मिलेगी. जापान सरकार के कृषि वानिकी और मत्स्य मंत्रालय के काउंसलर्स ने यूनिवर्सिटी के पदाधिकारियों से मिले हैं और उन्होंने जापानी तकनीक आधारित खेती के मॉडल फार्म के लिए जमीन व अन्य सुविधाओं की मांग की है. अधिकारियों का कहना है कि जापान सरकार के काउंसलर तकाशी योशीओका ने मॉडल फार्म का विकास करने के लिए एक हेक्टेयर जमीन की मांग की है. 


बाद में 5 हेक्टेयर में होगी खेती


जापानी सरकार अपनी तकनीक को उत्तर प्रदेश के बड़े दायरे में लागू करना चाहता है. प्रोजेक्ट के तहत मॉडल फार्म में जापानी बीजों व तकनीक के  फसलों का उत्पादन होगा. उत्तर प्रदेश की जलवायु की परख की जाएगी. मिट्टी की गुणवत्ता भी देखी जाएगी. उसी के आधार पर फसलों का उत्पादन तय किया जाएगा. बाद में पांच हेक्टेयर विस्तार कर दिया जाएगा. बता दें कि जापान सरकार ने वर्ष 2018 में यूपी सरकार के साथ कृषि तकनीक हस्तांतरण व निवेश का करार किया है. कोरोना काल आने के बाद करार का पालन नहीं हो सका. अब प्रदेश सरकार इसे नए सिरे से कवायद में जुट गई हैं. 


जापानी तकनीक पर गुजरात में मॉडल फार्म तैयार


जापानी अधिकारियों ने तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से गुजरात के आणंद जिले में एक मॉडल फार्म तैयार किया गया है. यहां खेती करने के साथ ही जापानी कंपनी कृषि उपकरणों का भी निर्माण करेंगी. इससे निवेश बढ़ेगा और लोगों को रोजगार भी पैदा होगा. अधिकारियों का कहना है कि गुजरात में कृषि तकनीक का जो प्रयोग किया गया है. वह सफल हुआ है. जापान की कृषि उपकरण निर्माता कंपनियां गुजरात के बाद यूपी आने की तैयारी में जुटी हैं. इसी कड़ी में दिल्ली में एक कृषि यंत्र निर्माण फैक्ट्री स्थापित की गई है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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