उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें बेहतर तकनीक सीखने के लिए कड़ी मेहनत करती आ रही है. ऐसे में अब सरकार किसानों को बेहतर तकनीक सीखने के लिए 17 मई से चार चरण में खरीफ पाठशाला का आयोजन करेगी. इस पाठशाला में किसानों को फसल के बेहतर उत्पादन के लिए कुछ टिप्स दिए जाएंगे साथ ही उन्हें कृषि की नई तकनीक के बारे में जानकारी दी जाएगी, खेती किसानी से जुड़ी कई सरकारी योजनाओं के बारे में भी बताया जाएगा. इस पाठशाला के अंदर उन्हें उत्पादों को बेहतर कीमतों पर बेचने के लिए बाजार से जुड़ी व्यवस्था के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. 


किसान पाठशाला का आयोजन


बता दें कि उत्तर प्रदेश में किसान पाठशाला का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य किसानों को बेहतर तकनीक सीख कर अधिक उत्पादन करना है साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है. सरकार का लक्ष्य किसानों की आय को दोगुना करना है. इस पाठशाला में किसानों को  उस फसल के बारे में जानकारी दी जाएगी जिस फसल की उस क्षेत्र में सबसे ज्यादा पैदावार होती है. इस पाठशाला में बागवानी, आपदा प्रबंधन, फसल अवशेष प्रबंधन, प्राकृतिक खेती, नई तकनीक आदि के बारे में बताया जाएगा. इस पाठशाला की मदद से गांव के किसानों को खेती करने में काफी राहत मिलेगी. यहीं नहीं उत्पादकता में वृद्धि के लिए भी कृषकों को नवीन तकनीक की जानकारी दी जाएगी.


चार चरणों में होगी आयोजित


किसान पाठशाला को चार चरणों में आयोजित किया जाएगा. इसमें पहले चरण 17 मई से 25 मई तक रहेगा, जिसमें 37 जिलों में किसान पाठशाला आयोजित की जाएगी. वही दूसरा चरण 22 मई से 30 मई के बीच रहेगा, जिसमें 15 जिलों में किसान पाठशाला चलेगी. इसके अलावा तीसरा चरण 27 मई से 4 जून तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें 12 जिलों में किसान पाठशाला चलेगी. चौथा चरण 3 जून से 11 जून तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें 11 जिलों के किसान शामिल होंगे. इस पाठशाला को विश्वविद्यालय, उच्च अधिकारी और कृषि विशेषज्ञ के द्वारा चलाया जाएगा. यही नहीं जनपदीय कर्मियों का मूल्यांकन वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से होगा.


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