Date Palm Farming: कम बारिश वाले इलाकों में बेहतरीन उत्पादन देगी खजूर की ये 5 किस्में, यहां जानें इनकी खास बातें
Date Palm Cultivation: इसकी खेती में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती, बल्कि बहुत कम बारिश और सिंचाई में बढ़िया क्वालिटी वाले खजूर मिल जाते हैं.`
Best Varieties of Date Palm: भारत में राजस्थान (Rajasthan) और गुजरात (Gujarat) के रेतीले और बंजर इलाकों (Barren Fields) में खजूर (Date Palm)की अच्छी उपज ली जाती है. इसकी खेती में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती, बल्कि बहुत कम बारिश और सिंचाई में बढ़िया क्वालिटी वाले खजूर (Date Palm Production) मिल जाते हैं. इसके लिये जून में मानसून की बारिश से पहले ही खजूर की तुड़ाई कर लेते हैं, ताकि नमी पकड़ने से फल खराब न हों.
खजूर की अवस्था (Level of Date Palm Production)
खजूर के पकने की पांच पड़ाव होते हैं, जिसमें हब्बाक, गंडोरा (कीमरी), डोका (खलल), डेंग (रुतब) और पिण्ड (तमर) शामिल है.
- पहली अवस्था को हब्बाक कहते हैं जो फल के परागण 4 सप्ताह यानी करीब 28 दिनों तक रहती है.
- दूसरी अवस्था को गंडोरा (कीमरी) कहते हैं, जिसमें फलों का रंग हरा होता है. इस दौरान नमी की मात्रा 85% होती है.
- तीसरी अवस्था को डोका (खलल) कहते हैं, जिसमें फल का वजन 10-15 ग्राम होता है. इस दौरान फल कसैले स्वाद के होते हैं, जिनका रंग कठोर पीले, गुलाबी या लाल रंग हो जाता है. इनमें नमी की मात्रा 50-65 फीसदी तक होती है.
- चौथी अवस्था को डेंग (रुतब) कहा जाता है, जिसमें फल की ऊपरी सतह मुलायम होने लगती है और फल खाने लायक हो जाते हैं.
- पांचवी और आखिरी अवस्था को पिण्ड यानी तमर कहते हैं, जिसमें फल पूरी तरह से पक जाता है. इस अवस्था के फलों की बाजार में ज्यादा मांग होती है.
खजूर की उन्नत और अच्छी क्वालिटी वाली किस्में (Top Varieties of Date Palm)
मैडजूल खजूर
मैडजूल खजूर को शुगर फ्री खजूर (Sugar Free Date Palm) भी कहते हैं. खजूर की ये किस्म थोड़ी देरी से पककर तैयार होती है. डोका अवस्था में इस फल का रंग पीला नारंगी हो जाता है. ये खजूर 20-40 ग्राम वजन के होते हैं. इनकी सबसे अच्छी बात ये है कि बारिश में ये खजूर खराब नहीं होते.
खलास खजूर
खलास खजूर को मध्यम अवधि वाला खजूर भी कहते हैं, जो डोका अवस्था में पीले और मीठे होते हैं. इनका औसतन वजन 15.2 ग्राम के आसपास ही होता है.
हलावी खजूर
जल्दी पकने वाला हलावी खजूर स्वाद में काफी मीठा होता है. डोका अवस्था के समय इनका रंग पीला होता है. हलावी खजूर का औसत वजन 12.6 ग्राम होता है.
जाहिद खजूर
साधारण खजूर के फलों की तरह जाहिर खजूर भी डोका अवस्था में पीला और स्वाद में कसैला होता है. बेशक इस खजूर की बाहरी परत सख्त और चिकनी होती है, लेकिन बारिश में इसके फल जल्दी खराब नहीं होते. यही कारण है कि देर से पकने वाले इस किस्म से अच्छी क्वालिटी के 10.1 ग्राम वाले पिंड बनते हैं.
खदरावी खजूर
खदरावी एक मध्यम अवधि का खजूर है, जो बारिश और नमी के कारण खराब हो जाते हैं. डोका अवस्था में ये फल पीले-हरे रंग और स्वाद में कसैले होते हैं. इनका औसत वजन 12.9 ग्राम होता है.
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