Best Agriculture Machinery: एक समय वो भी था, जब किसानों को तपती धूप और बारिश के थपेड़ों को बीच खेतों की जुताई, फसल को मंडी पहुंचाना और भी कई भारी-भरकम काम खून-पसीना बहाकर करने होते थे. उस समय खेती-किसानी सिर्फ बैलों और मजदूरों की महरबानी पर ही मुमकिन थी, लेकिन आज के आधुनिक दौर में कृषि यंत्रों और मशीनों ने तो जैसे खेती की काया पलटकर रख दी है.
इन्हीं कृषि मशीनरियों और यंत्रों में शामिल है ट्रैक्टर, जो आज किसानों को सबसे करीबी साथी बन चुका है. चाहे खेती से जुड़ा काम हो या उपज को ढोकर मंडी पहुंचाना या फिर किसानों का व्यक्तिगत काम ही क्यों ना हो. ट्रैक्टर की बदौलत हर काम कई गुना आसान हो गया है.
1 किलोमीटर के लिए डीजल की खपत
खेती-किसानी के अलावा और भी कई कामों के लिये ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया जाता है और इन कामों के लिये डीजल की खपत भी अलग-अलग अनुपात में होती है.
- ट्रैक्टर के साथ रोटावेटर चलाने पर हर घंटे 7-8 लीटर डीजल खर्च हो जाता है. वहीं ट्रेलर पर वजन ढोकर 1 लीटर डीजल की खपत में ट्रेक्टर कम से कम 5-7 किलोमीटर की माइलेज दे जाता है.
- बात करें अल्टरनेटर या स्ट्रॉ रीपर की तो ट्रैक्टर के साथ इनका प्रयोग करने पर समय, काम और परिस्थितियों के मुताबिक इसमें हर घंटे 6-7 लीटर तक डीजल फुकता है.
इस तरह करें ट्रैक्टर में डीजल की बचत
खेत में जुताई या दूसरे कृषि कार्य करते समय ट्रैक्टर को चौड़ाई के बजाए लंबाई में चलाना चाहिए.
- इंजन में हवा का संचार लगातार बना रहना चाहिये, इसके लिये इंजन की साफ-सफाई करते रहें.
- समय-समय पर इंजन का मोबिल आयल भी बदलते रहना चाहिये, इस तरह ट्रैक्टर में डीजल के साथ सर्विसिंग का खर्चा भी बचा सकते हैं.
खेती के लिये कौन सा ट्रैक्टर खरीदना चाहिये
आज ट्रैक्टर किसानों का साथी बन चुका है, लेकिन जो भी किसान नया ट्रेक्टर खरीदना चाहते हैं, उन्हें अपनी जमीन और जरूरत के हिसाब से सही माइलेज वाला ट्रैक्टर खरीदना चाहिये.
- 5 से 10 एकड़ की जमीन के मालिक छोटे और सीमांत किसान को कम से कम 35 से 40 HP का ट्रैक्टर खरीदने चाहिए. ये सालभर और खेती के सभी सीजनों में खूब चलते हैं.
- बड़ी जमीन वाले किसानों के लिये कम से कम 50 से 55 एचपी के ट्रैक्टर ही सभी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. इन ट्रैक्टरों को बेहतर मालवाहक भी कहते हैं.
ये ट्रैक्टर देते हैं सबसे ज्यादा माइलेज
रिसर्च की मानें तो बाजार और किसानों के बीच फोर्स बलवान 400 ट्रैक्टर काफी फेमस है, ये 40 एचपी श्रेणी में आता है.
- खेती से जुड़े कामों के लिये 4 व्हील ड्राइव वेरिएंट वाला जॉन डियर 5075 ई ट्रैक्टर भी शामिल है.
- 42 हॉर्स पावर की क्षमता वाला महिंद्रा 475 डीआई ट्रैक्टर भी काफी लोकप्रिय है, जो 2 व्हील ड्राइव वेरिएंट ट्रैक्टर है.
- इसके अलावा, स्वराज 735 एफई, न्यू हॉलैंड 3630 टीएक्स प्लस और फार्मट्रैक 45 ट्रैक्टर्स भी किसानों के कई घंटों का काम चुटकी में आसान बना देते हैं.
बेशक ये ट्रैक्टर थोड़े महंगे होते हैं, लेकिन किसानों के ऊपर खर्च का बोझ कम करने के लिये प्रधानमंत्री किसान ट्रैक्टर योजना जैसी कई सब्सिडी योजनायें भी चलाई जा रही हैं, जिसमें आवेदन करने पर ट्रैक्टर की खरीद में 20 से 50 फीसदी तक सब्सिडी मिल जाती है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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