Rain Based Flower Cultivation: बरसात के मौसम में खेतों की रौनक ही कुछ और होती है. इस दौरान फसलों की बढ़वार तेजी से होती है और मिट्टी की सौंधी खुशबू भी पूरे वातावरण में फैल जाती है. ये समय फूलों की खेती (Flower Cultivation)  के लिये सबसे बढ़िया रहता है. आप चाहें तो अपने घरों पर इन 5 फूलों की किस्में लगा सकते हैं. इस समय फूलों की खेती (Floriculture) करने पर किसानों को त्यौहारों (Indian Festivals) तक अच्छी आमदनी मिल जाती है, इसलिये किसान इन बेहतरीन किस्मों को लगाकर अच्छा लाभ कमा सकते हैं.


गेंदे का फूल (Marigold)
भारत में गेंदे के फूल की खेती और खपत बड़े पैमाने पर होती है. यह एक आकर्षक और खुशबूदार फूल है, जिसकी 50 से भी ज्यादा किस्में होती है. इसके बीज काफी हल्के होते हैं, जिन्हें जमीन पर कम गहराई में बोया जाता है. बीज लगाने के बाद ऊपर से गोबर की खाद डाल दें, जिसके 4-5 दिनों अंकुरण हो जाता है. अंकुरण के 15-20 दिनों तक गेंदा की फसल को काफी देखभाल की जरूरत होती है. बरसात में इसकी खेती करने से फूलों की अच्छी पैदावार मिलती है. 



गुल मेहँदी (Balsam)
गुल मेहँदी का फूल नहीं बल्कि इसके पौधे का हर हिस्सा खुशबूदार होता है. ये एक सदाबहार पौधा है, जिसकी लंबाई करीब 20-60 सेंटीमीटर तक होती है. बैंगनी, गुलाबी, नीला या सफेद रंग फूलों वाले इस पौधे में पत्तों की बनावट सुई जैसी होती है. गुल मेहंदी के पौधे सर्दी और बारिश के मौसम में ज्यादा पैदावार देते हैं.


सूरजमुखी  (Sunflower)
सूरजमुखी का फूल सिर्फ खूशबू ही नहीं बल्कि तेल का बेहतरीन स्रोत माना जाता है. सूरजमुखी की खास बात ये है कि इसका मुंह सूरज की तरफ मुडा हुआ होता है. भारत में इसकी खेती तेल निकालने के उद्देश्य से की जाती है. मानसून में इसके फूल खिलने लगते हैं. इसकी खेती के जरिये अच्छी आमदनी कमाने के लिये फसल में पोषण का खास ख्याल रखना चाहिये.



सदाबहार (Vinca)
सदाबहार का पौधा बारिश के मौसम में तेजी से बढ़ता है. इसकी फसल में बेहद कम मेहनत में ही फूलों का अधिक उत्पादन ले सकते हैं. भारत में इसकी कमर्शियल फार्मिंग करके अच्छी हो सकती है. इसकी खेती के लिये प्रमाणित जगह से उन्नत बीज लेने चाहिये. बीजों की बुवाई के बाद 40 दिनों में ही इससे खिला-खिलाकर फूल निकलते हैं. 


मोगरा (Jasmine)
ये भारत का सबसे फेमस फूल है, इसकी खूबसूरती और महक के कारण हर कोई इस फूल का दीवाना हो जाता है. अगरबत्ती से लेकर परफ्यूम बनाने तक कई चीजों में इसकी इस्तेमाल किया जाता है. इसकी खेती को कम खर्च में अधिक आमदनी देने का रास्ता कहते है. इसकी खेती के लिये कलम यानी ग्राफ्टिंग विधि (Grafting Method) बेहतर रहती है. बुवाई के लिये कलम को 4-4 इंच काटकर मिट्टी में लगा दें. सही देखभाल और सिंचाई (Irrigation) के बाद 16-20 दिनों में ही इसके पौधों में फूल भरने शुरु हो जाते हैं.  



Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


इसे भी पढ़ें:-


Flower Cultivation: 1 लाख खर्च करके कमाएं 7 लाख रुपये, जानिये गुलाब की खेती से कैसे भरें तिजोरी


Flower Cultivation: त्योहारों तक मालामाल होने का सुनहरा मौका, आज ही से शुरु कर दें कमल की खेती