Wheat Procurement:: हर साल सरकार गेहूं की खरीद करती है. इस साल भारत में गेहूं का अच्छा उत्पादन होने का अनुमान है. सरकार ने 2024-25 रबी फसल की खरीदी के लिए इस साल का लक्ष्य बता दिया है. जो कि पिछले सालों के मुकाबले कम हैं. भारत के कृषि मंत्रालय ने इस साल गेहूं की फसल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस साल इसका उत्पादन करीब 11.4 करोड़ टन से लेकर 11.5 करोड़ टन होने का अनुमान है. लेकिन सरकार इस बार सिर्फ 3.41 करोड़ टन गेंहू की खरीद करेगी. चलिए जानते है इससे किन किसानों को फायदा हो सकता है.
एमएसपी पर बेचने वालों को होगा फायदा
सरकार ने इस साल गेहूं की खरीदी का लक्ष्य निर्धारित कर लिया है. इस साल सरकार 3.41 करोड़ तान के गेहूं खरीदेगी. जबकि कृषि मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस सीजन गेहूं का उत्पादन 11.4 करोड़ टन से लेकर 11.5 करोड़ टन तक होने का अनुमान है. ऐसे में सरकार के इस फैसले से किसानों को निराशा जरूर हुई है.
सरकार गेंहू सार्वजनिक वितरण करने के लिए केंद्रीय पूल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर करती है. सरकार के इस फैसले से उन किसानों को फायदा होगा जो एमएसपी पर गेहूं बेचेंगे. एमएसपी की बात की जाए तो भारत में मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा एमएसपी पर गेंहू खरीदा जा रहा है.
पिछले साल इतनी थी गेहूं की खरीद
कृषि मंत्रालय की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश फसलों का विविधीकरण और आहार में पोषण की मात्रा अधिक करने के लिए बाजार की खरीद पर ध्यान देंगे. अगर पिछले कुछ सत्रों की बात की जाए तो सरकार ने 2023-24 में 2.62 करोड़ टन गेहूं की खरीदा था. तो वहीं 2022-23 में 4.44 करोड़ टन गेहूं खरीदा था.
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