Soil Health Does Matter: पिछले कई सालों में खतरनाक रसायनों ने मिट्टी की उपजाऊ शक्ति काफी प्रभावित किया है. इससे फसलों की उत्पादकता कम हुई है और जमीन में जल स्तर भी गिर गया है. जिसके कारण फसल उत्पादन की लागत और किसानों पर खर्च का बोझ बढ़ गया है. इस समस्या के समाधान के रूप में सरकार ने साल 2015 में मृदा स्वास्थ्य योजना की शुरुआत की. आज कई किसान जागरुकता के रास्ते पर चलकर इस योजना से फायदा ले रहे हैं. मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना पर एक रिसर्च से ये भी सामने आया है कि इस कार्ड की सलाह पर खेती करने बाद किसानों को खर्च में 8%-10% की बचत हुई है.


क्या है मृदा स्वास्थ्य कार्ड
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत किसान मिट्टी की जांच करवाके इस कार्ड को प्राप्त कर सकते हैं. इसकी मदद से किसान पता लगा सकते हैं कि मिट्टी में किन पोषक तत्वों की कितनी मात्रा में जरूरत है, पानी कितनी मात्रा में इस्तेमाल करना है और किस फसल की खेती करने से लाभ होगा. कार्ड बनने के बाद किसानों को मिट्टी की सेहत, उत्पादक क्षमता, मिट्टी में नमी का स्तर, क्वालिटी और मिट्टी की कमजोरियों को सुधारने के तरीकों के बारे में बताया जाता है. मिट्टी की जांच के लिये देशभर में मृदा जांच प्रयोगशालायें भी स्थापित की गई है. 


मृदा जांच प्रयोगशाला का काम
किसानों द्वारा खेतों से मिट्टी के नमूने लाकर मृदा जांच प्रयोगशालाओं में जमा किये जाते हैं. इन प्रयोगशालाओं में वैज्ञानिकों द्वारा जांच के बाद मिट्टी के गुण-दोष की सूची तैयार की जाती है. इस सूची में मिट्टी से जुड़ी जानकारी और सही सलाह मौजूद होती है. मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार खेती करने से फसल की उत्पादन क्षमता और किसानों की आय तो बढ़ेगी ही. साथ ही, खाद के उपयोग और मिट्टी का संतुलन बनाने में भी मदद मिलेगी. 


कैसे पायें मृदा स्वास्थ्य कार्ड
मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनवाने के लिये दो तरीके हैं ऑनलाइन और ऑफलाइन. ऑफलाइन प्रक्रिया के तहत नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र में जाकर संपर्क करें और मिट्टी का सैंपल इकट्ठा करने की जानकारी हासिल करें. किसान कृषि विशेषज्ञों के बताये अनुसार मिट्टी का सैंपल अपने नजदीकी मृदा जांच प्रयोगशाला में जमा कर सकते हैं. 


आवेदन की ऑनलाइन प्रक्रिया



  • योजना की ऑफिशियल वेबसाइट soilhealth.dac.gov.in पर जाएं

  • होम पेज पर मांगी गई जानकारी भरकर Login के ऑप्शन पर क्लिक करें

  • पेज खुलने पर State यानी अपना राज्य चुनें और Continue के बटन पर क्लिक करें

  • अगर पहली बार आवेदन कर रहे हैं तो नीचे Register New User पर क्लिक करें और रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें

  • इस रजिस्ट्रेशन फॉर्म में User Organisation Details, Language, User Details, User Login Account Details की जानकारी भरें

  • फॉर्म में सभी जानकारी सही-सही भरकर आखिर में सबमिट के बटन पर क्लिक करें

  • इसके बाद लॉगिन करके मिट्टी की जांच के लिए आवेदन करें

  • हेल्‍पलाइन नंबर 011-24305591 और 011-24305948 पर भी कर सकते हैं कॉल

  • helpdesk-soil@gov.in पर ई-मेल भी कर सकते हैं


 


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