Super Napier Grass Cultivation: गन्ने की तरह दिखने वाली सुपर नेपियर घास (Super Napier Grass)किसानों के साथ-साथ पशु पालकों के बीच भी काफी लोकप्रिय हो रही है. सुपर नेपियर घास मूल रूप से थाईलैंड (Thailand Grass)की उपज है. इसे ग्रामीण भाषा में हाथी घास (Hathi Grass) भी कहते हैं. इस घास में वो सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो एक दुधारू पशु (Dairy Animals) को आहार के रूप में देने चाहिये. सुपर नेपियर घास के सेवन से पशुओं में दूध उत्पादन (Milk Production) तो बढ़ता ही है, साथ ही ये हरी घास पशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिये भी फायदेमंद है. इसकी खेती ज्यादा बारिश या सूखे-बंजर इलाकों में भी की जा सकती है. किसान चाहें तो खेत की मेड़ों पर सुपर नेपियर घास की खेती कर सकते हैं.


दूर होगा पशु चारे का संकट
सुपर नेपियर घास यानी हाथी घास दुधारू पशुओं के लिये पौष्टिक आहार की कमी को पूरा करती है. पशु पालक अपनी जरूरत के हिसाब से भी नेपियर घास उगा सकते हैं और किसान इसकी व्यावसायिक खेती करके अच्छी आमदनी कमा सकते हैं. भारत में चारे संकट से जूझते पशुओं को सुपर नेपियर घास नया जीवन प्रदान कर सकती है.



 


नेपियर घास की खासियत
विशेषज्ञों के मुताबिक, सुपर नेपियर घास में सामान्य हरे चारे के मुकाबले 18-20 प्रतिशत तक प्रोटीन और 35 प्रतिशत क्रूड फाइबर मौजूद होता है. एक बार नेपियर घास की रोपाई के बाद ये अगले 6-7 साल तक पशु चारे का उत्पादन दे सकती है. नेपियर घास की पैदावार भी तेजी से होती है. एक बार में ही ये घास 15 फीट तक की लंबाई तक बढ़ जाती है. कम सिंचाई में ही नेपियर घास हर 50 दिन में कटाई के लिये तैयार हो जाती है. इसकी कटाई  को खेत के एक छोर से शुरु किया जाता है और इसकी तनों को थोड़ा ऊपर से काटा जाता है, जिससे कि जड़ से लगा हुआ तना दोबारा घास की पैदावार दे सके.


कैसे उगायें नेपियर घास
दूध उत्पादन के साथ पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली हाथी घास (Green Fodder) को उगाना बेहद आसान है। 





  • इसकी रोपाई के लिये सबसे पहले खेत में गहरी जुताईयां लगाकर समतलीकरण का काम कर लें.

  • आखिरी जुताई और समतलीकरण से पहले खेत में गोबर की सड़ी या कंपोस्ट खाद मिलाकर पाटा चलायें.

  • इसके बाद नेपियर घास की जड़ या कलमों से खेत में 3-3 फुट की दूरी पर रोपाई करें.

  • एक बार रोपाई के बाद हर 40-50 दिन में ताजा घास का उत्पादन मिल जायेगा

  • एक एकड़ खेत में नेपियर घास की खेती (Napier Grass Cultivation) करने पर करीब 300 से 400 क्विंटल तक हरा चारा मिल जाता है.

  • कटाई के बाद इसकी शिखायें दोबारा फैलने लगती हैं, इसके बेहतर उत्पादन (Animal Fodder Production)  के लिये खेत में जीवामृत (Jeevanmrit) या यूरिया (Urea) भी छिड़क सकते  हैं.




Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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