भारत में ज्यादातर किसान खेती के लिए सामान्य फसलों को चुनते हैं. धान, गेहूं, सब्जियों से ऊपर उठकर किसान किसी और चीज के बारे में सोच ही नहीं पाते, इसलिए वो नुकसान उठाते हैं. आज हम आपको बता रहे हैं केंचुआ खाद के बिजनेस के बारे में. ये व्यापार भारत में तेजी से फलफूल रहा है और यहां के कई किसान भी इसका भरपूर लाभ उठा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं कि आखिर कैसे होती है केंचुआ खाद का बिजनेस.


कैसे शुरू करें केचुआ खाद का बिजनेस?


केंचुआ खाद का बिजनेस कोई भी बड़े आसानी से शुरू कर सकता है. इसके लिए किसी बड़ी लागत की जरूरत नहीं होती. इस बिजनेस को आप अपनी सेविंग से या सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी के जरिए भी शुरू कर सकते हैं. अगर आपने इसमें लग कर काम कर लिया और अपने बिजनेस को आगे बढ़ा लिया तो आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. देखते ही देखते आपकी कमाई दोगुनी हो जाएगी और आपका काम भी चल पड़ेगा.


बाजार में कितनी है इसकी डिमांड


जैसे-जैसे समय बदल रहा है वैसे-वैसे बाजार की मांग भी बदल रही है.  लोग अब अपने खेती करने का तरीका भी बदल रहे हैं. आजकल लोग रासायनिक खेती को छोड़कर ऑर्गेनिक खेती पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. इसके लिए उन्हें जैविक खाद की जरूरत भी पड़ती है. जैविक खाद बनाने के लिए पत्ते, मिट्टी, गोबर आदि की आवश्यकता सबसे ज्यादा होती है. इसलिए मार्केट में केंचुआ खाद की मांग बढ़ती जा रही है.


सरकार भी करेगी इसमें मदद


ऑर्गेनिक खाद को सरकार भी बढ़ावा दे रही है. सरकार इसके लिए किसानों को सब्सिडी के तौर पर सहायता राशि भी प्रदान करा रही है. ये सब्सिडी किसान सहकारी, स्वयं सहायता समूह जैसे जगहों से लेकर अपना प्लांट शुरू कर सकते हैं. दरअसल, सरकार आपके उत्पाद को आगे बढ़ाने के लिए सब्सिडी देती है, ताकि आप अपना उत्पादन अच्छे स्तर पर कर सकें. जैसे अगर आप छोटे स्तर पर काम शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए कम सब्सिडी और बड़े स्तर पर काम करेंगे तो उसके लिए ज्यादा सब्सिडी सरकार देगी. इसे ऐसे समझें की इस बिजनेस में आपकी लगने वाली कुल पूंजी का 40 प्रतिशत हिस्सा सरकार द्वारा दिया जाएगा.


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