Lumpy Vaccination Drive in Haryana: भारत के गौवंशों में लंपी त्वचा रोग (Lumpy Skin Disease) का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. इस बीमारी के कारण अभी तक 12 राज्यों के 165 जिलों में हाहाकार मचा हुआ है. खासकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अंडमान निकोबार जैसे राज्यों में 50 हजार से भी ज्यादा पशुओं की जान जा चुकी है. भारतीय गौवंशों में यह वायरस (Lumpy Skin Disease in India) अपने भीषण प्रभावों के चलते तेजी से फैलता जा रहा है.
अब देश के पशुपालक भी इसे माहमारी घोषित करने की मांग कर रहे हैं. वैसे तो लंपी त्वचा रोग सिर्फ गाय और भैंसों को अपनी चपेट में ले रहा है, लेकिन इसके परिणाम काफी खतरनाक होते हैं. इसी गंभीर समस्या की रोकथाम के लिये कई राज्यों में लंपी के खिलाफ टीकाकरण अभियान ( Vaccination for Lumpy Skin Disease) शुरू किया जा चुका है.
15 लाख से ज्यादा टीकाकरण
हरियाणा राज्य में लंपी त्वचा रोग से बचाव के लिये स्वस्थ गौवंश और अन्य दुधारु पशुओं को टीके (Lumpy Animal Vaccination in Haryana) लगाये जा रहे हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो अभी तक हरियाणा में 15 लाख से अधिक गौवंशों का टीकाकारण हो चुका है. अभी भी राज्य में चार माह से अधिक उम्र से सभी स्वस्थ और सेहतमंद गौवंशीय पशुओं को घर-घर जाकर मुफ्त में टीका लगाया जा रहा है. इससे स्वस्थ पशुओं को सुरक्षा कवच मिलेगा और लंपी त्वचा रोग के कारण नुकसान में कमी आयेगी.
इन बातों का रखें खास ध्यान
बता दें कि हरियाणा राज्य में लंपी त्वचा रोग के कारण हजारों रोगी पशुओं के मामले सामने आ रहे हैं. इस बीमारी के कारण अभी तक राज्य में 300 से ज्यादा मूक जानवरों की जान जा चुकी है, जो पशुपालकों के लिये बड़ा चिंताजनक विषय है. इसी बीच राज्य में पशुओं का टीकाकरण अभियान भी चलाया जा रहा है.
यहां पशुओं के लिये एडवायजरी भी जारी की गई है, जिसमें पशुओं की उचित देखभाल और सुरक्षात्मक उपाय करने की सलाह दी जा रही है. इतना ही नहीं, जो भी पशु देखभाल या उपचार के ठीक होते जा रहे हैं, उनसे 10 से 15 दिन बाद दूध का उत्पादन भी ले सकते हैं.
स्वदेशी टीके ने बचाई जान
जाहिर है कि लंपी त्वचा रोग का स्वदेशी इलाज लंपी-प्रो-वैक-इंड वैक्सीन (Lumpy-Pro-Vac-Ind Vaccine) लगाकर किया जा रहा है. हरियाणा समेत कई राज्यों में सेहतमंद पशुओं को यही वैक्सीन लगाई जा रही है, जिससे बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं. बता दें कि यह वैक्सीन हिसार स्थित राष्ट्रीय घोड़ा अनुसंधान केंद्र और उत्तर प्रदेश के बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के सहयोग से विकसित और लॉन्च की गई है.
लुवास में खुली लंपी जांच प्रयोगशाला
ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभी तक लंपी त्वचा रोग के सैंपल (Lumpy Skin Disease Sample Test) की जांच सिर्फ भोपाल की प्रयोगशाला में की जा रही थी, लेकिन अब हरियाणा के लुवास में भी प्रयोगशाला स्थापित की गई है. इस जांच लैब में प्रतिदिन लंपी त्वचा रोग के 100 सैंपल की जांच करके 48 घंटों के अंदर रिपोर्ट तैयार की जायेगी.
इससे आस-पास के राज्य में पशुपालकों को काफी राहत मिलेगी. गौवंश किसान या पशुपालक चाहें तो पशु चिकित्सक या पशु चिकित्सालय के माध्याम से पीड़ित पशु का सैंपल लैब (Lumpy Skin Disease Lab Test) में भेज सकते हैं, जहां निशुल्क जांच करके रिपोर्ट (Lumpy Skin Disease Lap Report) तैयार की जायेगी और पशुओं का इलाज काफी हद तक आसान हो जायेगा.
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