Lumpy in Rajasthan: भारत में लंपी वायरस अपना कहर तेजी से बरपाता जा रहा है. ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों तक घर-घर में लंपी पीड़ित (Lumpy Animal Disease) पशु दर्द से कराह रहे हैं. काफी संख्या में पशुओं की मौत भी हो चुकी है. इस समस्या को लेकर केंद्र सरकार ने भी ताजा आंकड़े जारी किये हैं, जिसमें लंपी रोग का सबसे बुरा नजारा राजस्थान से सामने आया है. यहां अभी तक लंपी से पीड़ित पशुओं के करीब 12.5 लाख मामले सामने आ चुके हैं. केंद्र सरकार ने भी इस जानलेवा वायरस (Lumpy Virus) से निपटने के लिए हर संभव मदद राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) को दी है.


राजस्थान को उपलब्ध कराई 30 लाख वैक्सीन
राजस्थान में यह वायरस गाय, भैंस और हिरन को अपनी चपेट में लेता जा रहा है, हालांकि अन्य जानवरों की भी लंपी वायरस (Lumpy in Rajasthan)  के गिरफ्त में आने की आशंका बनी हुई है. इस वायरस के बढ़ते असर को देखते हुये अब केंद्र सरकार भी लंपी के खिलाफ लड़ाई में सभी राज्य को सहायता दे रही है. इस बीच केंद्र सरकार द्वारा लंपी वायरस से निपटने के लिए अकेले राजस्थान को 30 लाख वैक्सीन दी गई हैं. यहां वैक्सिनेशन अभियान (Lumpy Vaccination) भी तेज कर दिया गया है, जिससे पशुओं को सुरक्षा कवच देकर उनकी जान बचाई जा सके.


15 राज्यों तक फैला वायरस
अभी तक इस जानलेवा लंपी वायरस का फैलाव देश के 15 राज्यों तक पहुंच चुका है. राजधानी दिल्ली में भी पशुओं की संख्या 80 हजार (Lumpy in Delhi) के पार हैं. यहां अभी तक लंपी वायरस से ग्रस्त पशुओं लगभग 550 केस रिपोर्ट किये गए हैं. जल्द ही दिल्ली में वैक्सिनेशन अभियान चलाए जाने की बात कही जा रही है.


मध्यप्रदेश के हालात भी ठीक नहीं
लंपी रोग के रुझानों पर नजर डालें तो मध्यप्रदेश (Lumpy in Madhya Pradesh) में भी पशुओं की हालात भी काफी खराब है. यहां अभी तक करीब 8 हजार मामले सामने आ चुके हैं. वहीं करीब 100 से ज्यादा पशुओं ने लंपी वायरस की चपेट में आकर अपनी जान दे चुके हैं. बिगड़ते माहौल को देखते गुये मध्यप्रदेश सरकार ने भी पशुओं के वैक्सिनेशन अभियान को तेज कर दिया है.


शीप फॉक्स फैमिली से जुड़ा है वायरस
लंपी वायरस से फैलने वाली इस बीमारी को लंपी स्किन डिजीज या फिर गांठदार त्वचा रोग (Lumpu Skin Disease) भी कहा जाता है. पशु चिकित्सकों के मुताबिक, यह एक संक्रामक रोग है, जो परजीवियों के जरिये एक पशु से दूसरे पशु में फैलता जा रहा है. शुरुआत में यह बीमारी मच्छर के काटने या फिर खून चूसने वाले किसी कीड़े से होती है.  इसके वायरस के नाम Capri poxivirus से है. यह वायरस गोट पॉक्स (Goat Pox) और शीप पॉक्स (Sheep Pox) फैमिली से जुड़ा है. यह वायरस (Lumpy Virus)परिवार बेहद घातक है, जिसने साल 2019 में भी भारत में बड़ी संख्या में पशुओं (Lumpy Deaths) की जान ली थी.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


इसे भी पढ़ें:-


Kisan Helpline: खेती-किसानी में आ रही हैं परेशानी, यहां फोन लगाकर समाधान पायें किसान


Lumpy virus: कोविड की तरह वेरिएंट बदल सकता लंपी वायरस, टेंशन में आए विशेषज्ञ