Lumpy virus: लंपी वायरस(lumpy virus) देश के कई राज्यों में कहर बरपा रहा है. राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश समेत कई राज्यों में लाखों पशुओं की जान जा चुकी है. प्रदेश सरकारें वैक्सीन (Lumpy Vaccine) लगवाने की बात कर रही हैं, लेकिन यह वैक्सीन वायरस का असर कुछ हद तक ही कम करती हैं, जबकि ये पूरी तरह से प्रभावी नहीं हैं. पशु चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक, अभी तक लंपी वायरस का कोई एंटीडोज नहीं है. यह कब तक बन सकेगा, इस बारे में भी पिक्चर क्लियर नहीं है. विशेषज्ञों का सुझाव है कि एहतियात और जरूरी प्राथमिक ईलाज (primary treatment) से बचाव संभव है.
घातक है इस वायरस का परिवार
लंपी वायरस से होने वाली डिजीज को लंपी स्किन डिजीज या फिर गांठ दार त्वचा रोग भी कहा जाता है. यह एक संक्रामक रोग है, जो एक पशु से दूसरे पशु में होता है. शुरुआत में यह बीमारी मच्छर के काटने या फिर खून चूसने वाले किसी कीड़े से होता है. यह बीमारी Capri poxivirus से होती है. यह वायरस गोट फॉक्स और शीप फॉक्स फैमिली से जुड़ा है. यह वायरस परिवार बेहद घातक है. वर्ष 2019 में भी इस वायरस ने पशुओं की जान ले ली थी.
दिल्ली- नोएडा में भी वायरस की दस्तक
नोएडा, ग्रेटर नोएडा में लंपी वायरस ने दस्तक दे दी है. यहां 123 पशु लंपी वायरस स्व संक्रमित मिले हैं. पशु चिकित्सा विभाग के अफसरों के मुताबिक, गौतमबुद्धनगर में अभी तक करीब 39 हजार पशुओं को वैक्सीन लगा दी गई है. शासन से 25 हजार वैक्सीन और मिली हैं. उन्हें भी जल्द ही लगा दिया जाएगा. वैक्सिनेशन के लिए 15 टीमें बनाई गई हैं. सबसे ज्यादा गाय दादरी एरिया में इन्फेक्टेड पाई गई हैं. सड़कों पर घूमने वाली संक्रमित गायों की सुरक्षा के लिए शेल्टर होम की व्यवस्था भी की जा रही है. वहीं, दिल्ली में लंपी वायरस कदम रख चुका है. आउटर दिल्ली के घेवरा, बवाना, कुतुबगढ़, दरियापुर, कंझावला में लंपी के कई केस सामने आए हैं.
कब तक खत्म होगा लंपी का प्रकोप
लंपी देश भर के पशुओं को अपनी चपेट में ले रहा है. राजस्थान, महाराष्ट्र, हिमाचल, यूपी और अब दिल्ली में (Lumpy in Delhi) बुरा होने लगा है. पशु चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक, अभी कोई तय नहीं है कि कब तक लंपी वायरस का कहर बरपेगा. हालांकि राहत की बात यह है कि राजस्थान में जरूर लंपी वायरस (Lumpy in Rajasthan) की चपेट में आए पशुओं की संख्या कम होने लगी है. इस समय लग रही वैक्सीन (Lumpy Vaccine) भी केवल इम्यून सिस्टम को मजबूत करेगी. वह भी पूरी तरह से रक्षा कवच नहीं होगी. ऐसे में यह तय नहीं है कि कब तक वायरस का एंटीडोज (Antidote of Lumpy) बन पाएगा.
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