Lychee Export: केंद्र और राज्य सरकारें किसानों की इनकम बढ़ाने पर जोर दे रही हैं. किसानों को इसी कारण सब्सिडी पर बीज, उपकरण दिए जाते हैं. इसके अलावा किसानों को बिजनेस करने के लिए भी सब्सिडी दी जाती है. वहीं, राज्य सरकार की कोशिश रहती है कि किसानों की ओर से उगाई जा रही फल-सब्जियों को वैश्विक पटल पर भी पहचान मिले. अब बिहार सरकार की ओर से ऐसी ही पहल की गई है. लीची उत्पादन करने वाले किसान अब अपनी उपज से अच्छी आमदनी कर सकेंगे. 


बिचौलिए खत्म, अब किसान खुद एक्सपोर्ट करेंगे लीची


बिहार सरकार ने लीची उत्पादन करने वाले किसानों को बड़ी राहत दी है. राज्य सरकार ने बिचौलियों का झाड़ ही खत्म कर दिया है. किसान भाई अपने खेत में उगाई लीची को खुद ही एक्सपोर्ट कर सकेंगे. उन्हें इसके लिए अब किसी व्यापारी की जरूरत नहीं पड़ेगी. 


ये कदम उठा रही बिहार सरकार


लीची उत्पादन के मामले में बिहार का मुजफ्फरपुर अलग स्थान रखता है. यहां अच्छी खासी उपज होती है. यहां किसान सीधे ही लीची को एक्सपोर्ट कर सकेंगे. इसके लिए बिहार सरकार ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार ने जिले के चार प्रखंडों में 6 कोल्ड स्टोरेज और 6 पैक हाउस बनवाए हैं. 6 प्रॉडक्शन यूनियन किसानों से कांटेक्ट करेंगी. किसानों की लीची इन सभी पैक हाउस में पैकेजिंग होगी और उन्हेें विदेश भेज दिया जाएगा. 


यूनिट लगाने में 50 प्रतिशत सब्सिडी देगी राज्य सरकार


उद्यान विभाग के अधिकारियों काक हना है कि प्रोजेक्ट की शुरुआत बागवानी मिशन के तहत की गई है. इसका मकसद एक्सपोर्ट को बढ़ावा और किसानों का अधिक मुनाफा कराना है. एक प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का खर्च 4 लाख रुपये तक आता है. इसपर सरकार 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही हैं. बताया गया है कि मुजफ्फरपुर के मानिका, सरहचियां, बड़गांव, गंज बाजार और आनंदपुर में लीची खराब न हो, इसके लिए कोल्ड स्टोरेज और पैक हाउस खोले गए हैं. इनका शुभारंभ 19 मई को होगा. 


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