Mango Production In India: भारत की फसल हो या सब्जी सभी का डंका विदेशों में बज रहा है. गन्ना उत्पादन के मामले में देश का नाम विश्व में सुर्खियों में हैं. छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, MADHYA PRADESH, BIHAR, JHARKHAND, उत्तराखंड हो या कोई अन्य स्टेट. हर राज्य की अपनी फसल और उसकी खासियतें हैं. अब बिहार का जर्दालू भारत का नाम विदेशों में रोशन कर रहा है है. केवल 2 रुपये की कैप ने ही जर्दालू आम की चमक बढ़ा दी है. इससे किसानों की आय में मुनाफा बढ़ गया है. बिहार गवर्नमेंट ने जर्दालू को और फिट बनाने के लिए प्रयोग शुरू कर दिया है.


2 रुपय की लागत, 40 की बचत
पिछले साल बिहार में जर्दालू आम पर मैंगों कैप का प्रयोग किया था. इससे नतीजे उत्साहजनक रहे थे. इस बार फिर से वही प्रयोग दोहराया जा रहा है. जर्दालू आम को स्मार्ट बनाने के लिए मैंगो कैप का प्रयोग किया जा रहा है. एक्सपर्ट का कहना है कि मैंगो कैप की लागत 2 रुपये के करीब आती है. जबकि इसे लगाने के बाद 30 से 40 रुपये का मुनापफा किसानों को हो रहा है. इतनी बचत पाकर किसान खुश हैं. 


आंध्रप्रदेश से 2 लाख कैप मंगाई
मैंगों कैप को देश के अलग अलग स्टेट से मंगाया जा रहा है. स्टेट गवर्नमेंट भी अपने स्तर पर इसके उत्पादन की कोशिश कर रही है. अधिकारियों ने 2 लाख मैंगो कैप आंध्रप्रदेश से मंगाई है. जल्द ही मैंगों कैंप की खैप बिहार पहुंचने की उम्मीद है.


ऐसे काम करता है मैंगो कैप
एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि जर्दालू आम को विदेश भेजने से पहले इसकी क्वालिटी परखी जाती है. जिस फसल की चमक अच्छी होगी और दाग धब्बा नहीं होगा. उस फल को अधिक लोग खरीदते हैं. इसी को लेकर मैंगों कैप का प्रयोग किया गया. यह आम का एक तरीके से सुरक्षा कवच है. यह कवच कोहरा, धब्बा, बर्फ का कीड़ा, अखरोट का कीड़ा, मक्खी व अन्य कीटों के अटैक से आम की रक्षा करता है. इसके लगने से फलों को कीटनाशक इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होती है.


वर्ष 2018 में जीआई टैग भी मिला
जर्दालू आम भागलपुर का फेमस आम है. वर्ष 2018 में केंद्र सरकार से इसे जिओग्राफिकल इंडिकेशन यानि जिओ टैगिंग भी मिल चुकी है. इस टैग से जर्दालू की इंटरनेशनल पहचान भी बढ़ी है. इस साल से इस आम को विदेशों को काफी मात्रा में एक्सपोर्ट करने की तैयारी भी चल रही है


स्टेट गवर्नमेंट सब्सिडी दे तो बात बने
बिहार गवर्नमेंट जर्दालू आम लगाने के फायदे सभी किसानो को बता रही है. मैंगों कैप लगाने के बाद जर्दालू कैसे बेहतर हुआ है. इसके बारे में भी बताया जा रहा है. किसानों का कहना है कि स्टेट गवर्नमेंट को मैंगो कैप खरीदने पर सब्सिडी देनी चाहिए. इससे अधिक लोग जर्दालू पैदा करने करने के लिए और उत्साहित होंगे. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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