Meghdoot Mobile Application: भारत में किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान मौसम के अनिश्चितताओं के कारण होता है. खरीफ सीजन 2022 (Kharif Season 2022) में भी बारिश के खराब रुख के कारण जहां कई किसान खेतों में समय पर फसलें नहीं लगा पाए, वहीं कुछ किसानों की फसलें बुवाई के बाद सूखा के कारण बर्बाद हो गई. इन परिस्थितियों से किसानों को बाहर निकालने और मौसम की खराबी से पहले किसानों को अलर्ट (Weather Alert to Farmers) करने के लिए मेघदूत मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किया गया है. इस मोबाइल ऐप (Meghdoot App) के जरिए किसानों को मौसम पूर्वानुमान और मौसम आधारित खेती (Weather Based Advisory) के बारे में सचेत किया जाएगा, जिससे कि समय से पहले किसान खेती किसानी से जुड़े कार्यों को निपटा लें और अपनी फसलों को सुरक्षा प्रदान कर सकें.


मेघदूत ऐप
मेघदूत मोबाइल एप्लीकेशन भारत मौसम विज्ञान विभाग(India Meteorological Department), भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (Indian Institute of Tropical Meteorology) और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research) की संयुक्त सहयोग से विकसित और लॉन्च किया गया है. इस मोबाइल ऐप के जरिए किसानों को मौसम से जुड़े अलर्ट मोबाइल पर ही मिल जाते हैं, जिससे जोखिमों का प्रबंधन करने में आसानी रहती है. इस मोबाइल एप का अपडेटेड वर्जन (Meghdoot Updates Version) ब्लॉक स्तर पर मौसम के अपडेट्स की सुविधाओं को आसान बनाता है.


ब्लॉक स्तरीय एग्रोमेट एडवाइजरी
मेघदूत मोबाइल ऐप के तहत 6970 ब्लॉक के लिये ब्लॉक स्तरीय मौसम पूर्वानुमान और 3100 ब्लॉक के लिए ब्लॉक स्तरीय एग्रोमेट एडवाइजरी जारी की जाती है. यदि किसान मौसम का अपडेट प्राप्त करना चाहते हैं तो इस मोबाइल ऐप पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. बता दें कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा इसके 330 नेटवर्क की मदद से मंगलवार और शुक्रवार को ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के तहत मौसम का परामर्श जारी किया जाता है.



  • जिला और ब्लॉक स्तर मौसम पूर्वानुमान (District & Block Level Weather Forecast) के तहत आने वाले 5 दिनों के लिए तापमान, बारिश, आर्द्रता, हवा की गति और दिशा के आधार पर मौसम पूर्वानुमान अपडेट किया जाता है, जिससे किसान अगले पांच दिन के लिये अपनी फसलों का प्रबंधन कार्य पहले से कर लें या आगे के लिये डाल दें.

  • जिला और ब्लॉक स्तर एग्रोमेट एडवाइजरी (Black Level Agromet Advisory) के तहत हर सप्ताह मंगलवार और शुक्रवार को मौसम आधारित एडवाइजरी किसानों तक पहुंचाई जाती है.


कैसे काम करता है मेघदूत
इस मोबाइल ऐप की सबसे बड़ी खासियत यही है कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा स्थापित राज्य मौसम विज्ञान केंद्रों (Regional Meteorology Centre) की मदद से 732 जिलों को कवर किया जाता है, जिसमें 1019 स्टेशनों के जरिये लोकल मौसम की क्षेत्रीय स्थिति और हर 3 घंटे में मौसम की तीव्रता की चेतावनी भी दी जाती है. मेघदूत ऐप की मदद से जिला स्तर पर अगले 10 दिनों की मौसम की जानकारी ले सकते हैं.


किसानों के लिये लाभकारी
मेघदूत एप (Meghdoot App) किसानों को उनके गांव और उनके इलाके के आधार पर मौसम संबंधी जानकारी (Weather Based Advisory) और परामर्श प्रदान करता है. मेघदूत मोबाइल ऐप की एडवाइजरी के अनुसार (Weather Based Agriculture Advisory) चलकर किसान बड़े नुकसान से बच सकेंगे और उनकी फसलें मौसम के अनिश्चित परिणामों से सुरक्षित रहेंगी. इससे किसानों को अच्छी पैदावार और समय पर उत्पादन (Crop Production) लेने में भी मदद मिलेगी.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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