Millet Production: इस प्रदेश में बढ़ेगा मोटा अनाज उत्पादन, 1.37 लाख किसानों को प्रशिक्षण देगी सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार मोटा अनाज उत्पादन को बढ़ावा दे रही है. इसी कड़ी में प्रदेश में 1.37 लाख किसानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रदेश में मिलेट का रकबा भी बढ़ाया जाएगा.
Millet Year 2023: केंद्र सरकार मोटा अनाज उत्पादन को बढ़ावा दे रही है. भारत सरकार के प्रस्ताव पर यूनाइटेशन नेशन वर्ष 2023 को मिलेट ईयर के रूप में मना रहा है. केंद्र सरकार राज्य सरकारों को भी मोटा अनाज उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है. राज्यों में ग्राउंड लेवल पर इसका असर भी देखने को मिल रहा है. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, राजस्थान समेत अधिकांश राज्यों इसका असर भी देखने को मिल रहा है.
1.37 लाख किसानों को किया जाएगा प्रशिक्षित
केंद्र सरकार ने बजट में मोटा अनाज को प्रोत्साहन दिया है. श्री अन्न योजना में भी मोटा अनाज को खासा महत्व दिया गया है. वहीं, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार मिलेट्स को बढ़ावा देने की तैयारियों में जुट गई है. खेती को उन्नत बनाने के लिए 1.37 लाख किसानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. किसानों को प्रशिक्षण देने की कवायद अगले 5 सालों तक की जाएगी.
मोटा अनाज की पैकिंग, प्रोसेसिंग के लिए खुलेंगे 55 केंद्र
उत्तर प्रदेश सरकार मोटा अनाज को हर घर तक पहुंचाने की योजना बना रही है. इसके लिए राज्य में ऐसे आउटलेट भी तैयार किए जाएंगे. जहां मोटा अनाज की प्रोसेसिंग, पैकिंग और वितरण की कार्रवाई हो सकेगी. इसके लिए 55 केंद्रों को खोला जाएगा. राज्य सरकार की योजना अनुसार, मोबाइल आउटलेट, मंडी में भी इस तरह के केंद्र स्थापित करने की प्लानिंग है. लेकिन पहले राज्य सरकार गांवों स्तर पर इस तरह के केंद्र खोलेगी.
श्री अन्न योजना से मिलेट को मिलेगा बढ़ावा
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण ने बजट में श्री अन्न योजना की शुरुआत की है. श्री अन्न योजना से केंद्र सरकार मोटा अनाज को प्रोत्साहन देगी. दरअसल, भारतीयों की निर्भरता गेहूं, धान व अन्य अनाज पर अधिक हो गई. इसी कारण मोटे अनाज ज्वार, बाजरा, कुट्टू, सामा, चीनी, रामदाना आदि की खपत कम हुई. खपत कम होने का असर यह हुआ कि किसानों ने इसकी बुवाई कम कर दी. यह देश के कुछ हिस्सों में सिमटकर रह गई. मोटा अनाज पोषक तत्वों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है. इसी कारण मोदी सरकार इसे बढ़ावा देने पर जोर दे रही है. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि ज्वार ग्लूटेन ग्लूटेन फ्री है और प्रोटीन का अच्छा सोर्स है. डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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