Millets Cultivation: गेहूं, धान, उत्पादन में पहले ही भारत दुनिया के शीर्ष देशों में शुमार है. अब अन्य फसलों के उत्पादन में भी भारत विश्व में अपना परचम लहरा रहा है. अगला साल मिलेट्स ईयर के रूप में मनाया जाएगा. ऐसे में भारत की नजरें भी देश में होने वाले मिलेट्स उत्पादन पर टिकी है. यदि वैश्विक आंकड़ों पर नजर डालें तो मिलेट्स उत्पादन में भारत विश्व में राज कर रहा है. अपना देश प्रॉडक्शन के मामले में दुनिया में शीर्ष पर है. 


विश्व में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी


मिलेट्स उत्पादन के मामले में भारत बंपर उत्पादन करता है. आंकड़ों को देखें तो वैश्विक उत्पादन में लगभग 41 प्रतिशत की अनुमानित हिस्सेदारी के साथ भारत दुनिया में बाजरा के प्रमुख उत्पादकों में से एक है. एफएओ (खाद्य और कृषि संगठन) के अनुसार, 2020 में मिलेट्स का विश्व उत्पादन 30.464 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) था और भारत की हिस्सेदारी 12.49 एमएमटी थी. यह कुल बाजरा उत्पादन का 41 प्रतिशत है. भारत ने पिछले वर्ष में 15.92 एमएमटी के बाजरा उत्पादन की तुलना में 2021-22 में बाजरा उत्पादन में 27 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है.


इन 5 राज्यों में बंपर मिलेट्स प्रॉडक्शन हो रहा


भारत के शीर्ष पांच बाजरा उत्पादक राज्य राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश हैं. कुल बाजरा उत्पादन में मिलेट्स के निर्यात का हिस्सा लगभग 1 प्रतिशत है. भारत से मिलेट्स के निर्यात में मुख्य रूप से साबुत अनाज शामिल है. 


2025 तक इतना होगा मिलेट्स मार्केट


विशेषज्ञों ने बताया कि यह अनुमान लगाया गया है कि मिलेट्स मार्केट 2025 तक अभी के 9 बिलियन अमरीकी डालर से बढ़कर 12 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है. ऐसा होने पर मिलेट्स का बड़ा मार्केट विश्व में होगा. भारत की बड़ी वैश्विक हिस्सेदारी वैश्विक मार्केट में होगी. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 2021-22 में बाजरा के निर्यात में 8.02 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, क्योंकि निर्यात पिछले वर्ष के 147,501.08 एमएमटी के मुकाबले 159,332.16 एमएमटी था.


ये हैं दुनिया के प्रमुख इंपोर्टर देश


दुनिया में प्रमुख मिलेट्स आयात करने वाले देश इंडोनेशिया, बेल्जियम, जापान, जर्मनी, मैक्सिको, इटली, अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील और नीदरलैंड हैं. भारत भी इन देशों को भरपूर मिलेट्स उपलब्ध कराता है. 


मिलेट्स की 16 प्रमुख किस्मेें


मिलेट्स की 16 प्रमुख किस्में हैं. जिनका उत्पादन और निर्यात किया जाता है. इनमें जिनमें ज्वार (ज्वार), बाजरा (बाजरा), रागी (रागी) लघु बाजरा (कंगानी), प्रोसो बाजरा (चीना), और कोदो बाजरा शामिल हैं. चावल और गेहूं जैसे अत्यधिक खपत वाले अनाज की तुलना में बाजरा में बेहतर पोषण से भरे हुए होते हैं. बाजरा कैल्शियम, आयरन और फाइबर से भरपूर होता है. यह इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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