(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Poultry farming: अंडे-चिकन के बिजनेस में चार चांद लगा देगी ये मुर्गी, बंपर कमाई के लिए आज ही खरीद लाएं
Agri Business: देसी नस्ल की मुर्गियां जहां 100-150 अंडे देती हैं, वहीं ऑस्ट्रेलिया की Rhode Island Red (RIR) डबल अंडों का प्रोडक्शन देती है, इस मुर्गी से हर साल 290 से 300 अंडे ले सकते हैं.
Egg Farming: आज किसान भाई खेती के साथ दूसरे कामों से भी जुड़ते जा रहे हैं, उन्हें बढ़िया कमाई हो जाती है. गांव में रहकर किए जाने वाले कामों में मुर्गी पालन भी शामिल है. इन दिनों अंडे-चिकन की बढ़ती मांग ने पोल्ट्री फार्मिंग को मुनाफे का सौदा बना दिया है. जो किसान खेती से सही मुनाफा नहीं ले पाते थे, आज वो अच्छी नस्ल की मुर्गियां पालकर सालोंसाल अच्छा पैसा कमा रहे हैं. कई लोग मुर्गी पालन के बिजनेस से जुड़ना तो चाहते हैं, लेकिन उन्हें खर्च, कमाई और अच्छी नस्लों की जानकारी नहीं होती. यदि सही गाइडेंस मिल जाए तो कम लागत में बंपर कमाई हो सकती है.
एक्सपर्ट बताते हैं कि इस बिजनेस का मुनाफा काफी हद तक मुर्गी की नस्ल पर भी निर्भर करता है. अच्छी नस्ल की मुर्गी अंडे और चिकन का बढ़िया प्रोडक्शन देगी ही, इसमें बीमारी की संभावना भी कम रहेगी. आज हम आपको मुर्गी की एक ऐसी ही शानदार नस्ल की जानकारी देंगे, जिससे टॉप अंडा उत्पादक राज्यों के किसान मुनाफा कमा रहे हैं.
300 अंडे देने वाली Rhode Island Red मुर्गी
रोड आइलैंड रेड मुर्गी एक ऑस्ट्रेलियन नस्ल है, जिसकी अंडा उत्पादन क्षमता 290 से 300 अंडा प्रति वर्ष है, जबकि देसी नस्ल की मुर्गियां 100 से 150 अंडे ही दे पाती हैं. अंडा उत्पादन के लिए आरआईआर को सबसे बेस्ट ब्रीड बताया जाता है.
इस मुर्गी की खास बात यही है कि ये इसका चूजा बहुत ही जल्दी अंडा देने के लिए विकसित हो जाता है. बैकयार्ड मुर्गी पालन के लिए रोड आइलैंड रेड मुर्गी अनुकूल है. गांव में घर के पीछे खाली पड़े स्थान पर 8 से 10 आरआईआर मुर्गियां पाल सकते हैं.
साधारण फीड से भी बढ़िया अंडा उत्पादन
इस मुर्गी की इम्यूनिटी भी काफी मजबूत है, जिससे बीमारियों की संभावना कम ही रहती है. बेशक आरआईआर विदेशी नस्ल है, लेकिन इसकी फीड पर ज्यादा खर्च नहीं पड़ता. बाजार की फीड के बजाए आरआईआर को मक्का, बाजरा, ज्वार का दाना, बरसीम, हरा चारा या किचन वेस्ट खिलाकर भी बढ़िया आउटपुट ले सकते हैं. बेहद कम समय में ग्रोथ करने वाली रोड आइलैंड रेड नस्ल की मुर्गी 24 सप्ताह में अंडा देने लायक हो जाती है और काफी लंबे समय तक अंडा देती है.
पोल्ट्री फार्मिंग से होगा मुनाफा
एक्सपर्ट बताते हैं कि आरआईआर की कम से कम 500 चूजों की यूनिट चालू करने पर लाखों का मुनाफा लिया जा सकता है. इस तरह डेली 300 से 350 अंडा उत्पादन ले सकते हैं, जो बाजार में 10 से 12 रुपये प्रति पीस बिकता है.
इस तरह रोजाना 2,000 से 3,000 रुपये की आमदनी हो जाती है. इसमें हर दिन 1000 से 1200 रुपये फीड का खर्चा आएगा, जिसके बाद 12,000 से 15,000 रुपये डेली का मुनाफा पक्का है.
बाकी पशुओं की तुलना में मुर्गी बेहद कम समय में ग्रोथ कर जाती है, जिसका चूजा 6 महीने के अंदर प्रोडक्शन के लिए तैयार हो जाता है. इससे किसान की जेब पर पड़ने वाला खर्च भी काफी कम हो जाता है. हरियाणा, पंजाब, यूपी, राजस्थान आदि राज्यों में मुर्गी पालन का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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