Agri Subsidy Scheme: देश में रबी फसलों की खेती चालू हो चुकी है. किसानों ने खेतों की तैयारी के साथ फसलों की बुवाई भी शुरू कर दी है. कई इलाकों में धान की कटाई में देरी के चलते अभी बुवाई का काम नहीं हो पाया है. दुविधा ये है कि देर से बुवाई करने पर फसलों में भारी नुकसान होता है और जल्दी काम खत्म करने के लिए कृषि यंत्र भी नहीं होते. इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने कटाई-गहाई के प्रमुख यंत्र मल्टी क्रॉप थ्रेशर, पैडी थ्रेशर, चिसल प्लाऊ की खरीद पर 50 प्रतिशत सब्सिडी देने का फैसला किया है. इन कृषि यंत्रों के लिए 29 नवंबर आखिरी तारीख रखी गई है. 


कटाई-गहाई के यंत्रों पर सब्सिडी
मध्य प्रदेश के किसानों को अलग-अलग योजनाओं के जरिए कृषि यंत्रों की खरीद पर सब्सिडी दी जाती है. इन दिनों कटाई-गहाई का काम चल रहा है, इसलिए राज्य के कृषि अभियांत्रिकी विभाग ने मल्टी क्रॉप थ्रेशर, पैडी थ्रेशर, चिसल प्लाऊ पर 40 से 50 प्रतिशत तक सब्सिडी देने का फैसला किया है. किसान चाहें तो अपनी योग्यता के हिसाब से कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर सब्सिडी की रकम को कैल्कुलेट कर सकते हैं.


इस तरह मिलेंगी मशीनें
रिपोर्ट्स के अनुसार, कृषि यंत्रों पर सब्सिडी वाली इस योजना में कोई भी किसान आवेदन कर सकता है. आवेदन की आखिरी तारीख 29 नवंबर रखी गई है, जिसके बाद 30 नवंबर को लॉटरी निकालकर किसानों का चयन किया  जाएगा. आवेदन करने के बाद किसान को लाभ मिला है या नहीं, ये परिणाम (किसानों की लिस्ट) प्रतीक्षा सूची पोर्टल पर अपलोड कर दिए जाएंगे. किसान ध्यान रखें कि आवेदन के साथ-साथ 5,000 रुपये का डिमांड ड्राफ्ट अपने जिले के सहायक निदेशक के नाम पर बनवाना होगा.


यहां करें आवेदन
कटाई-गहाई के यंत्र मल्टी क्रॉप थ्रेशर, पैडी थ्रेशर, चिसल प्लाऊ की खरीद पर आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा.



  • सबसे पहले ऑनलाइन e-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर https://dbt.mpdage.org/index.htm पर जाएं.

  • इसके बाद 'कृषि यंत्र- कृषि अभियांत्रिकी संचालनायल' के ऑप्शन पर क्लिक करें.

  • यहां बाईं तरफ अपना जिला, ब्लॉक, गांव, किसान वर्ग, कृषि यंत्र, योजना, किसान का आधार कार्ड और मोबाइल नंबर दर्ज करें.

  • इसके बाद किसान अपना जाति प्रामण पत्र और खसरा (B1) की कॉपी यहां अपलोड कर दें.

  • 30 नवंबर को आवेदन का परिणाम जानने के लिए कृषि अभियांत्रिकी संचानलाय के पोर्टल https://dbt.mpdage.org/ पर विजिट कर सकते हैं.

  • अधिक जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर- 0755-4935001 या  8109929355 पर भी सपंर्क कर सकते हैं.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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