Paddy Crop: देश के अलग-अलग राज्यों में एमएसपी पर खरीफ फसलों की खरीद शुरू हो गई है. किसान धान लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं. 1 अक्टूबर से कई राज्यों में धान की खरीद की जा रही है. हरियाणा सरकार ने 72 घंटे में किसानों की फसल का पैसा उनके खाते में भेजने का दावा किया है. हालांकि कई किसानों ने बताया है कि तय समय से पहले ही उनके खाते में रकम आ चुकी है. अब इस राज्य में 72 घंटे में ही DBT के माध्यम से धन राशि भेजने का निर्णय लिया गया है. 


जम्मू में 72 घंटे में खाते में जाएगा पैसा


एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट से जुड़े अफसरों ने कहा कि सरकार किसानों की इनकम बढ़ाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है. तकनीक के उपयोग ने सभी मंडियों की खरीद को पोर्टल के साथ डिजिटल रूप से जोड़ दिया गया है. इससे भारतीय खाद्य निगम पोर्टल पर किसानों को रजिस्टर्ड कर दिया जाएगा. यहीं से 72 घंटे में डीबीटी के माध्यम से उनके एकाउंट में पैसा भेज दिया जाएगा. 


PM Kisan yojna से 1721 करोड़ रुपये किसानों को मिले


पीएम किसान निधि के तहत केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के किसानों को 1,721 करोड़ रुपये भेजे हैं. इससे यहां के लोगों को कोविड के दौरान बड़ी मदद मिली है. अफसरों का कहना है पिछली फसल के दौरान 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर धान के उत्पादन के साथ जम्मू-कश्मीर देश में ऐसा करने वाला नंबर 1 राज्य था. किसान प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए नई तकनीक भी अपना रहे हैं.


जम्मू - कठुआ में 11-11, सांबा में एक मंडी
जम्मू एडमिनिस्ट्रेशन ने मंडियों को स्थापित करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. किसानों से धान खरीदने के लिए जम्मू में 11, कठुआ जिले में 11 और एक मंडी सांबा जिले में खोली जाएगी. कृषि उत्पादन व किसान कल्याण डिपार्टमेंट तैयारियों में जुटा है. कुछ मंडियों का उद्घाटन भी कर दिया गया है. यहां ए ग्रेड धान की एमएसपी 2060 रुपये प्रति क्विंटल और सामान्य धान की एमएसपी 2040 रुपये प्रति क्विंटल तय की है. अधिकारियों का कहना है कि सरकार से तय की गई एमएसपी पर ही किसान धान मंडियों में बेच सकेंगे.




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