Mustard Oil for Dairy Animal Health: दुधारु पशुओं का बेहतर स्वास्थ्य (Animal Health Care) उनके खान-पान पर निर्भर करता है. पशुओं को अच्छा संतुलित आहार(Animal Nutrition Feed), हरा चारा (Green Fodder), तिहलनी फसलों की खली (Oil Cakes) आदि खिलाने से दूध उत्पादन (Milk Production) बढ़ता है. साथ ही उनकी रोग प्रतिरोधी क्षमता (Animal's Immunity) भी मजबूत होती है.


ये तो बात हुई संतुलित आहार की. इसी के साथ-साथ बेहतर क्वालिटी के दूध उत्पादन के लिये कृषि विशेषज्ञ पशुओं को सरसों का तेल (Musturd Oil for Amnimal's Health) पिलवाने की सलाह भी देते हैं.


पशुओं को सरसों का तेल पिलाने के फायदे (Benefits of giving Mustard Oil to Animals)
बीमार और कमजोर पशुओं को सरसों का तेल पिलाने से उनकी सेहत में चमत्कारी बदलाव होते हैं. बता दें कि सरसों की तेल में वसा से भरपूर होता है, जिससे पशुओं को ऊर्जा मिलती है और वे फुर्तीले बनते हैं. 



  • यही कारण है कि ब्यांत की गाय और भैसों को सरसों का तेल पिलाने का चलन है, जिससे उनकी सेहत जल्दी ठीक हो जाये.

  • सरसों का तेल पीने से पशुओं की पाचन क्षमता मजबूत होती है, इससे पशुओं को पेट संबंधी बीमारियां नहीं लगतीं और पशुओं के साथ उनके नौनिहाल भी स्वस्थ रहते हैं.

  • ऐसे पशुओं में दूध देने की क्षमता का विकास होता है, जिससे किसानों को पशुपालकों को काफी फायदा पहुंचता है.




पशुओं को कब पिलायें सरसों का तेल (Time of Mustard Oil intake for Animals)
हारे-थके पशुओं को थोड़ी मात्रा में सरसों का तेल पिलाना लाभकारी साबित होता है. खासकर जब पशु लंबा सफर करके आते हैं या उन्हें खरीदकर लाया जाता है, तो ऐसी स्थिति में कमजोरी और थकान के कारण बुखार चढ़ने की संभावनायें होती है. ऐसी स्थिति सरसों का तेल पिलाने से पशु में तुरंत ऊर्जा का संचार होता है. 



  • गर्मियों के दिनों में भी पशुओं को लू और गर्मी से जुड़ी समस्याओं से बचाने के लिये सरसों के तेल का सेवन करवा सकते हैं.

  • वहीं बात हो सर्दियों की, इन दिनों भी पशुओं में गर्माहट बनाये रखने के लिये सरसों का तेल लाभकारी नुस्खा साबित होता है.


कितनी मात्रा में पिलायें सरसों का तेल(Quantity of Mustard Oil intake for Animals)
पशु विशेषज्ञों (Animal Experts) की मानें तो स्वस्थ पशुओं को रोजाना सरसों का तेल और पशु आहार नहीं देना चाहिये. ये चीजें सिर्फ बीमार और कमजोर पशुओं के लिये ही ठीक रहती है. 



  • बीमार और कमजोर पशुओं को भी 100 से 2000 मिली तक ही सरसों का तेल पिला सकते हैं. इससे ज्यादा मात्रा में सेवन करना हानिकारक हो सकता है.

  • वहीं गाय-भैंसों के पेट में गैस या खराब पाचन की स्थिति में पशु चिकित्सकों की सलाह पर 400 से 500 मिली सरसों का तेल भी पिला सकते हैं.




Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


इसे भी पढ़ें:-


Animal Husbandry: बीमार होने से पहले पशु देते हैं ये संकेत, ऐसे करें संक्रमित पशुओं की देखभाल


Poultry Farming: खेती के साथ शुरु करें Zero Investment मुर्गी पालन, हर साल मिलेगा लाखों का मुनाफा