Mustard Procurement In India: देश में गेहूं कटाई जोरों पर चल रही है. वहीं, मंडियों में भी किसानों का गेहूं खरीदना शुरू हो गया है. लेकिन ऐसा नहीं है कि केवल गेहूं ही देश मेें खरीदा जा रहा है. अन्य फसलों की खरीद भी एमएसपी पर शुरू कर दी गई है. अब देश में एमएसपी पर सरसों की खरीद की जा रही है. सरसों मार्केट के जानकारों का कहना है कि तीन साल बाद ओपन मार्केट में एमएसपी से कम दाम हुए हैं. इसी कारण सरकार सरसों की खरीद कर रही है. किसानों को भी सरकार तुरंत पेमेंट कर रही है.
1.69 लाख मीट्रिक टन हुई सरसों की खरीद
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, देश मेें सरसों खरीद तेज स्पीड से हो रही है. अभी तक नाफेड ने 1,69,217.45 मीट्रिक टन सरसों की खरीद कर ली है. आंकड़ों के अनुसार, देश में 84914 किसान एमएसपी पर सरसों सरकार को बेच चुके हैं, जबकि उन्हें 922.24 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया हैं. सरसों खरीद में हरियाणा अव्वल बना हुआ है.
हरियाणा में इतने मीट्रिक टन हुई सरसों खरीद
सरसों का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य राजस्थान है. दूसरे नंबर पर हरियाणा है. हरियाणा में देश की 13.5 फीसदी सरसों पैदा की जाती है. नाफेड के अनुसार, हरियाणा में 20 मार्च से 5440 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी पर सरसों की खरीद की जा रही है. अभी तक 139226.38 मीट्रिक टन सरसों खरीदा जा चुका है. किसानों के खाते में 758.78 करोड़ रुपये भेज दिए हैं. तिलहनी फसलों में सरसों करीब 26 प्रतिशत कवर करती है.
राजस्थान में 4708 मीट्रिक टन खरीदी सरसों
राजस्थान में देश की 42 प्रतिशत सरसों होने के कारण सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है. लेकिन जितनी उपज यहां होती है. उतनी खरीद राजस्थान में नहीं हो रही है. यहां किसान लगातार एमएसपी पर सरसों खरीद की मांग कर रहे हैं. बावजूद इसके खरीद नहीं बढ़ पा रही है. राजस्थान में अभी तक 4708.40 मीट्रिकि टन ही सरसों खरीदी गई है.
गुजरात, मध्य प्रदेश में भी हो रही खरीद
मध्य प्रदेश में 12 प्रतिशत और गुजरात में देश की 4.2 प्रतिशत सरसों की उपज होती है. मध्य प्रदेश में 9977.74 मीट्रिक टन सरसों खरीदी जा चुकी है, वहीं, गुजरात में 15293.43 मीट्रिक टन सरसों खरीद ली गई है. आने वाले दिनों में ये आंकड़ा और अधिक बढ़ने की उम्मीद है.