Urea Benefit: रबी सीजन चल रहा है. किसान खेतों में रबी की पफसलों की बुवाई कर रहे हैं. खाद के रूप में डीएपी, यूरिया, नैनो यूरिया आदि का इस्तेमाल किया जा रहा है. नैनो यूरिया का प्रयोग भी किसान बहुत अधिक मात्रा में कर रहे हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि खाद भूमि की उर्वरकता बढ़ाने का काम करते हैं. इससे फसल प्रॉडक्शन बेहतर होता है. देश के सभी स्टेट में खाद का प्रयोग फसल के बेहतर उत्पादन किया जा रहा है. 


जम्मू कश्मीर में यूज हुईं 2.5 लाख नैनो यूरिया की बोतल 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू कश्मीर में काफी मात्रा में नैनो यूरिया का इस्तेमाल किया जा रहा है. अधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को 3 लाख बोतल लिक्विड नैनो यूरिया की दी थीं. इनमें से 2.5 लाख बोतलें उपयोग में लाई जा चुकी हैं. एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के अधिकारियो ंका कहना है कि नैनो यूरिया पॉल्यूशन कम करने में मदद करता है, साथ ही जमीन की सेहत भी ठीक रखता है. फसलों की उत्पादन क्षमता बढ़ाता है. विशेष बात यह है कि नार्मल यूरिया से बेहद सस्ता है. विश्व के 17 कृषि प्रधान देश इसे अपना रहे हैं. 


जम्मू कश्मीर के दो आदर्श गांव घोषित
जम्मू कश्मीर की इकोनॉमी में एग्रीकल्चर का बड़ा योगदान है. ऐसे में स्टेट गवर्नमेंट की ओर से कृषि और संबंधित क्षेत्रों व किसानों के पूर्ण विकास का रोडमैप तैयार किया जा रहा है. इसके लिए कमेटी भी बना दी गई है. स्टेट गवर्नमेंट की कोशिश कृषि भूमि में की उत्पादकता बढ़ाना और मृदा स्वास्थ्य को बनाए रखना है. नैनो यूरिया और नैनो डीएपी इसमें एक क्रांति लाने में समर्थ है. जम्मू में अकलपुर और कश्मीर में वाईकेपोरा को इफको नैनो फर्टिजलाइजर आदर्श गांव घोषित किया गया है.


प्रदेश में बनाए जा रहे 140 किसान समृद्धि केंद्र
केंद्र सरकार के सहयोग से स्टेट गवर्नमेंट प्रदेश में किसान समृद्धि केंद्र भी स्थापित करने जा रही है. इसे किसानों की इनकम बढ़ेगी. साथ ही उनकी एग्रीकल्चर क्षेत्र मे ंमदद भी हो सकेगी. जम्मू कश्मीर सरकार स्टेट में 140 किसान समृद्धि केंद्र स्थापित करेगी. यह पंचायत, ब्लाक और जिला स्तर पर होंगे. किसान समृद्धि केंद्र में किसानों को कृषि तकनीक, बीज, उपकरण, बाजार और वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराई जाएंगी. 


क्या होता है नैनो यूरिया
नैनो यूरिया ठोस यूरिया की एक लिक्विड फार्म है. इसके 500 मिलीलीटर की एक बोतल में 40,000 PPM नाइट्रोजन होता है. यह सामान्य यूरिया के एक बैग के बराबर नाइट्रोजन पोषक तत्व प्रदान करता है. वैज्ञानिकों ने इस नैनो तरल यूरिया को 94 से अधिक फसलों पर परीक्षण कर बनाया है. 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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