NASA Picture of Stubble Burning: हर साल की तरह इस बार भी पराली जलाने के कारण वायु प्रदूषण (Air Pollution) का स्तर बढ़ता जा रहा है. किसानों को जागरूक करने की कोशिशें नाकाम दिखाई पड़ रही हैं. सबसे बुरा हाल पंजाब का ही है, यहां पराली जलाने की घटनाओं में 20% तक बढ़ोतरी दर्ज की गई है.वहीं हरियाणा ने पराली जलाने (Stubble Burning) की समस्या पर लगभग जीत हासिल कर ली है. राज्य में पराली जलाने की घटनाओं में 25% कमी दर्ज हुई है.


इन आंकड़ों का खुलासा नासा (NASA) की सेटेलाइट तस्वीरों में हुआ है. पराली जलने के मामलों पर नासा की सेटेलाइट से खीचीं गई. तस्वीर में साफ देख सकते हैं कि हरियाणा में घटनायें काफी कम हैं, लेकिन पंजाब के तीन-चौथाई हिस्से पर धुंआधार पराली जल रही है. 


नासा ने जारी की रिपोर्ट
भारत में पराली जलाने की घटनाओं को लेकर अमेरिका की नेशनल एरोनाटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने तस्वीर जारी है. नासा ने रिपोर्ट जारी करके बताया है कि नवंबर में सेटेलाइट ने ऑब्जर्व किया है कि उत्तर भारत में पराली जलाने के कारण आसमान भी धुएं से भर गया है. यहां किसानों ने धान के बचे अवशेषों को जला दिया है. पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में जलने वाली पराली का धुआं उत्तरी पाकिस्तान तक पहुंच रहा है.


यहां के कई किसान सस्ता और जल्दी समाधान पाने के लिए पराली को जला देते हैं, जिसके बाद पराली की राख को फैलाकर सर्दियों की फसल उगाते हैं. इस जलती हुई पराली का धुंआ दिल्ली-एनसीआर रीजन को बुरी तरह से प्रभावित करता है, जिससे हवा की क्वालिटी खराब हो जाती है और AQI स्तर गिर जाता है.


केरल को पराली बेचेगा पंजाब
हाल ही में केरल के पशुपालन मंत्री जे. चिनचुरानी ने एक मीटिंग के दौरान पशु चारे के तौर पर पंजाब की पराली को खरीदने की बात कही है. पंजाब भवन में हुए एक बैठक में सीएम भगवंत मान ने भी केरल को पशु चारे के लिए पराली उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है. इससे पराली जलाने की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी. केरल के पशु मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के योजनाबद्ध किसान रेल प्रोजेक्ट के जरिये पंजाब यदि केरल को पराली भेजता है तो इससे बड़ी संख्या में केरल के डेयरी किसानों को फायदा होगा.


पंजाब में धुआंधार जली पराली
पंजाब में पिछले दो दिनों में पराली जलाने के मामले काफी थे, लेकिन शुक्रवार से एक बार फिर किसान अपनी पराली को आग के सुपुर्द करने के लिए खेतों की तरफ लौटे. पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रिमोट सेंसिंग सिस्टम में गुरुवार की रात को पराली जलाने के 3911 मामले दर्ज हुए हैं. इसी के साथ खरीफ सीजन 2022 की कटाई से ही पंजाब राज्य में कुल पराली जलाने का आंकड़ा 40677 पार कर गया है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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