National Gopal Ratna Awards: गाय-भैंस की देसी प्रजातियों के लिये पशुपालकों को मिलेगा 5 लाख रुपये का इनाम, इस तरह उठायें लाभ
National Gokul Mission: राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत आयोजित गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए तहत पहला पुरस्कार 5 लाख रुपये, दूसरा पुरस्कार 3 लाख रुपये और तीसरा पुरस्कार 2 लाख रुपये रखा गया है.
Desi Cow-Buffalo: भारत में पशुपालन और डेयरी फार्मिंग क्षेत्र का लगातार विस्तार हो रहा है. यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है ही, साथ ही किसानों को भी दूध बेचकर इससे अतिरिक्त आमदनी हो जाती है. इन्हीं फायदों के मद्देनजर अब गाय और भैंसों की देसी प्रजातियों को पालने और इनके संरक्षण का भी काम किया जा रहा है. अब जो भी किसान और पशुपालक देसी गायों के संरक्षण का काम कर रहे हैं, सरकार ने उनके लिये बड़ी घोषणा की है. केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य और डेयरी मंत्रालय (Union Ministry of Animal Husbandry, Fisheries and Dairying) की ओर से जल्द गोपाल रत्न पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जायेगा, जिसमें गाय-भैसों की देसी प्रजातियों (Indigenous Cow-Buffalo) का संरक्षण-संवर्धन करने वाले किसान-पशुपालकों को सम्मानित करने की योजना है. इस क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले उम्मीदवारों से केंद्र और राज्य सरकारों ने 30 सिंतबर तक आवेदन भी मांगे हैं.
5 लाख रुपये तक का पुरस्कार
राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत आयोजित गोपाल रत्न पुरस्कार (National Gopal Ratna Award) के लिए तीन श्रेणियों के लिये किसानों और पशुपालकों को पुरस्कृत किया जायेगा. इसके तहत पहला पुरस्कार 5 लाख रुपये, दूसरा पुरस्कार 3 लाख रुपये और तीसरा पुरस्कार 2 लाख रुपये रखा गया है.
- इस योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य गाय और भैंस की देसी प्रजातियों के सरंक्षण के साथ-साथ दूध उत्पादन बढ़ाना.
- वैज्ञानिक विधियों से देसी गायों की उत्पादकता बढ़ाने के लिये डेयरी किसानों को प्रोत्साहित करना.
- राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के जरिये कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों को 100% एआई कवरेज के लिये बढ़ाना देना.
- साथ ही सहकारी और दूध उत्पादक कंपनियों को बेहतर विकास और सकारात्मक प्रतिस्पर्धा के लिये प्रेरित करना है.
- इन्हीं मानकों पर खरा उतरने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसानों, कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन और दूध उत्पादक कंपनियों को गोपाल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है.
क्या है पात्रता
राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना (National Gokul Mission) के तहत आयोजित गोपाल रत्न पुरस्कार के लिये केंद्र सरकार ने पात्रता निर्धारित की है, जिसके तहत-
- गाय और भैंस की देसी प्रजातियों के साथ डेयरी फार्मिंग करने वाले किसान (गाय की 50 और भैंस की 17 प्रमाणित नस्ल)
- देसी गायों के संरक्षण के लिये प्रशिक्षित कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन
- दूध उत्पादक कंपनियां (प्रति दिन 100 लीटर दूध उत्पादन)
- दूध सहकारी समिति
- एमपीसी या एफपीओ (50 किसान सदस्य)
यहां करें आवेदन
राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार (National Gopal Ratna Award) के तहत आवेदन करने के लिये भारत सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट https://awards.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. जानकारी के लिये बता दें कि आवदेन की डेडलाइन 30 सितंबर 2022 तक ही है. इस बीच सभी आवेदन ऑनलाईन ही किये जायेंगे.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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