Paddy MSP 2022: इस साल धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढाकर 2,040 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. किसान भी धान की एमएसपी बढ़ने के बाद बढ़-चढ़कर सरकारी खरीद केंद्रों पर धान बेच रहे हैं. इस बीच उड़ीसा सरकार ने धान की एमएसपी बढ़ाकर 3,400 रुपये प्रति क्विंटल करने का मुद्दा उठाया है. इस मामले में वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रदीप अमात ने किसानों के मुद्दों पर कांग्रेस द्वारा रखे गए स्थगन प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा कि सदन ने 2017 में धान के एमएसपी को बढ़ाकर 2,930 रुपये प्रति क्विंटल करने का फैसला किया था. ये मामले उस समय सामने आया है कि जब केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का उड़ीसा में बीजेपी के लिए चुनावी कार्यक्रम होने वाला है.


धान की एमएसपी बढ़ाने का प्रस्ताव


अपने संबोधन में वन एवं पर्यावरण मंत्री ने यह भी कहा कि किसानों को बेहतर जीवन करने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. साल 2021 में बारिश के कमी के चलते किसानों को इनपुट सब्सिडी और 200 करोड़ रुपये की मदद दी गई है. राज्य सरकार भी फसल बीमा के भुगतान के लिए केंद्र सरकार से लगातार फॉलो अप कर रही है. इस मामले के बाद उड़ीसा के तमाम मंत्रियों के साथ सत्ता पक्ष के लोगों से राजभवन तक मार्च भी निकाला और धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने के लिए राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा. बता दें कि किसानों के मुद्दों पर राजनीतिक हंगामे के कारण उड़ीसा विधानसभा की कार्यवाही 2 बार स्थगित की जा चुकी है.


धान की एमएसपी बढ़ाना क्यों है जरूरी


जानकारी के लिए बता दें कि उड़ीसा कृषि की दृष्टि से संपन्न राज्य है. यहां का बड़ा तबका अपनी आय के लिए धान की खेती पर निर्भर करता है. राज्य के करीब 75 से लेकर 80 प्रतिशत कृषि रकबे में धान की खेती की जाती है. यही वजह है कि राज्य में धान की एमएसपी बढ़ाने की मांग उठाई गई है.


फिलहाल देश में खरीफ मार्केटिंग सीजन 2022-23 के तहत धान की एमएसपी को 1,940 रुपये से बढ़ाकर 2,040 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. वहीं धान की 'ए' ग्रेड किस्म का समर्थन मूल्य 1,960 रुपये से बढ़ाकर 2,060 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है. पिछले साल के मुकाबले धान की एमएसपी अधिक है, लेकिन पारंपरिक फसल होने के कारण धान में नुकसान की संभावनाएं अधिक हैं.


इसमें लागत तो अधिक है ही, उम्मीद के मुताबिक पैदावार लेना भी मुश्किल हो जाता है. यही वजह है कि केंद्र सरकार ने देशभर में बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए तमाम कार्यक्रम चला रही है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें: अच्छी फसल की शुरुआत होती है अच्छे बीज से, इस सरकारी वेबसाइट से ऑनलाइन मंगाएं बीज