Sugarcane Production: यूपी में गन्ना खेती होगी स्मार्ट, एक क्लिक पर किसान जान लेगा पूरा ब्यौरा
उत्तर प्रदेश में खेती को स्मार्ट किया जा रहा है. किसान गन्ना खेती की डिटेल वेबसाइट पर एक क्लिक में जान सकेंगे. फसल का लेखा जोखा तुरंत सामने आ जाएगा.
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Sugarcane Procurement: गन्ना रबी की प्रमुख फसल है. चीनी मिलों में इसकी पेराई शुरू कर दी गई है. प्रदेश सरकार गन्ना खरीद के लिए किसानों को हाइटेक बनाने की हर संभव कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में प्रदेश सरकार ने वेबसाइट जारी की है. यह गन्ने की फसल को तो हाइटेक तरीके से करना सिखाएगी ही, साथ ही इससे गन्ना खेती को लेकर किसान भी हाइटेक हो जाएगा.
स्मार्ट गन्ना किसान वेबसाइट की लांच
किसान एक क्लिक पर जमीन का ब्यौरा देख लेगा. स्मार्ट गन्ना किसान वेबसाइट enquiry.caneup.in की मदद से गाटावार दर्ज कृषि भूमि के बारे में जान सकेंगे. यदि कृषि योग्य भूमि की कोई गाटा संख्या छूट गई है तो गन्ना पर्यवेक्षक कर्मचारियोें की मदद से 10 दिनों में अपने अभिलेखों में दर्ज करा सकेंगे.
पांच वर्षाें का दिखेगा गन्ने का आंकड़ा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार के अफसरों का कहना है कि गन्ना खेती के आधार पर देखा जाएगा कि कितना गन्ना खरीदा जाना है और कितना नहीं. इस वेबसाइट की मदद से पिछले साल का गन्ना पैदा होने और सप्लाई का रिकॉर्ड देखा जा सकेगा. अधिकारियों का कहना है कि किसानों की एक समस्या सामने आई है. इसमें किसानों के गन्ना क्षेत्रफल का राजस्व रिकॉर्ड से मिलान करने पर लगभग 20 प्रतिशत किसानों का गन्ना क्षेत्रफल अधिक पाया गया. इस कमी को सुधारने के लिए किसानों को मौका दिया गया. लेकिन किसान नहीं आए हैं. ऐसे गन्ना किसानों के लिए स्मार्ट गन्ना किसान वेबसाइट पर सुविधा उपलब्ध करा दी है. यहां किसी किसान की गाटा संख्या फीड नहीं हो पाई हैै तो वह अपनी खतौनी गन्ना पर्यवेक्षक को उपलब्ध कराकर छूटी गाटा संख्या को 10 दिन में फीड करा सकता है.
3 नवंबर तक भर लें घोषणा पत्र
सरकार के सामने एक दिक्कत और आई है. कुछ गन्ना किसानों ने घोषणा-पत्र में अधिक गन्ना क्षेत्रफल दर्ज करा दिया है. इसके दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए हैं. 15 प्रतिशत गन्ना किसान ऐसे हैं, जिन्होंने तकनीकी कारणों से घोषणा पत्र नहीं भरा है. वो सभी 3 नवंबर तक घोषणा पत्र भर लें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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