Onion Price : आने वाले दिनों में रुला सकती है प्याज, जेब ढीली करने को रहिए तैयार
देश के दो राज्यों में प्याज किसानों को रूला रही है. बारिश ने खरीफ की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. ऐसे में आने वाले दिनों में प्याज महंगी होने की उम्मीद है.
महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में प्याज का बुरा हाल है. यहां बहुत कम रेट पर प्याज किसानों को बेचनी पड़ रही है. इसकी वजह प्रोडक्शन अधिक होना और मंडी में प्याज के सही दाम न मिलना है. किसान परेशान हैं और फसल फेंकने को मजबूर है. लेकिन इस समय सस्ती हुई प्याज आने वाले दिनों में आम आदमी को रुला सकती है. प्याज की हालत देखकर सब्जी मार्केट से जुड़े लोग भी चिंता जता रहे हैं. वजह ये है कि गैरमौसम बरसात से प्याज की फसल बर्बाद हो गई है. ऐसे में आने वाले दिनों में प्याज के दाम बढ़ सकते हैं.
20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं रेट
कुल प्याज प्रोडक्शन में प्याज की हिस्सेदारी 70 परसेंट, वहीं खरीफ कज 20 और पछेती खरीफ प्याज की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत है.फल सब्जी मंडी आढ़ती संघ के अध्यक्ष खुशी राम लोधी ने बताया कि पिछले 4 दिन में जो बारिश हुई है, उससे खरीफ फसल को काफी नुकसान हुआ है. महाराष्ट्र, कर्नाटक में तो पहले ही काफी बारिश हो चुकी है. उत्तरप्रदेश में पिछले 4 दिनों में बारिश ने हाल बेहाल कर दिए हैं. ऐसा ही हाल बिहार का है. खेतों में पानी भरने से प्याज की जड़ खराब हो रही हैं. इसका नुकसान यह होगा कि खरीफ सीजन में होने वाली प्याज का प्रोडक्शन (production of onion) कम होगा. प्रोडक्शन कम होने से रेट तेजी से बढ़ेंगे. अभी किसानों को मंडी में प्याज के दाम 10 से 15 रुपये किलोग्राम मिल जाते हैं. बाजार में यह 25 से 30 रुपये किलो बिक रही है. खरीफ की प्याज आवक जैसे ही बाजार में आनी शुरू होगी, आने वाले दिनों में प्याज के दाम 20 से 30 परसेंट तक बढ़ जाएंगे.
महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में अधिक नुकसान
महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में प्याज का उत्पादन बेहद अधिक होता है. यदि यहां प्याज अधिक हो या प्रोडक्शन घटता है तो इसका असर पूरे देश में देखने को मिलता है. इस साल खरीफ सीजन का 20 से 30 परसेंट प्याज अधिक लगा है. बारिश से महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में प्याज को अधिक नुकसान हुआ है. इन प्रदेशों में पैदावार कम हुई तो जाहिर है प्याज के दामों (rates of onion) में बढ़ोत्तरी होगी.
वर्ष 2021- 22 में हुआ था प्याज का रिकार्ड प्रोडक्शन
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2020- 21 में 266 लाख टन प्याज हुई थी. 2021- 22 में प्याज का उत्पादन 19 प्रतिशत तक बढ़ गया. यह बढ़कर 317 लाख टन हो गया. यह अपने आप में एक रिकॉर्ड बना. रिकार्ड उत्पादन के कारण ही प्याज सस्ती हो गई. प्याज की कीमत लगातार घट रही हैं. जून में भी प्याज बेहद सस्ती हुई थी, तब किसान परेशान हुए थे, इस बार प्याज के दाम महंगे होने की संभावना है तो किसानों को सही रेट मिल सकते हैं.
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