टमाटर की ही तरह प्याज के भी दाम तेजी से बढ़ रहे थे, लेकिन सरकार इसे लेकर समय पर सतर्क हो गई और अब उसने प्लान बना लिया है कि प्याज आम लोगों को रुला नहीं पाएं. चलिए आपको बताते हैं सरकार का मास्टर प्लान, जिसके जरिए वो प्याज को महंगा होने से रोकेगी और मिडिल क्लास फैमली को राहत देगी. इसके साथ ही सरकार प्याज की लाइफ बढ़ाने पर भी काम कर रही है. अगर ये सफल हो गया तो प्याज जल्दी सड़ेंगे नहीं और लंबे समय तक फ्रेश बने रहेंगे.
क्या है सरकार का मास्टर प्लान?
दरअसल, जैसे ही बाजार में प्याज के दाम बढ़ने शुरू हुए, उधर से खबर आई कि सरकार ने तीन लाख टन प्याज खरीद लिया है. ये खरीद पिछले स्टॉक से 20 फीसदी ज्यादा है. इसके साथ ही सरकार प्याज की लाइफ बढ़ाने के लिए भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) के साथ प्याज पर रेडिएशन की टेस्टिंग भी करा रही है. हालांकि, ये प्रोजेक्ट फिलहाल पायलट बेस पर चल रहा है. दरअसल, सरकार महाराष्ट्र के लासलगांव में कोबाल्ट-60 से गामा रेडिएशन के साथ 150 टन प्याज पर प्रयोग करवा रही है.
सरकार इन प्याजों का इस्तेमाल कब करेगी?
सरकार प्याज का इस्तेमाल तब करेगी जब बाजार में प्याज की कीमते बढ़ेंगी. जैसे ही बाजार में प्याज की कीमते बढ़ेंगी सरकार बाजार में अपने प्याज सस्ती दरों पर उतार देगी जिससे जमाखोरों की कमर टूट जाएगी. सरकार के इस तरह से चीजों को स्टोर करने की प्रक्रिया को बफर स्टॉक कहते हैं. फिलहाल बाजार में प्याज 26 से 30 रुपये किलो के करीब बिक रहा है. हालांकि, नागालैंड में प्याज की कीमत 65 रुपये के करीब है. जो देश में सबसे ज्यादा महंगा है.
प्याज की खेती के बारे में जानिए
दरअसल, प्याज की खेती जुलाई से शुरू हो जाती है. इसके बाद अक्टूबर में नई प्याज बाजार में आ जाती है. इस दौरान बाजार में प्याज कम पड़ जाती है और डिमांड बढ़ जाती है, जिसकी वजह से प्याज के दाम बढ़ जाते हैं. कई बार तो ऐसा हुआ है कि देश में प्याज 100 रुपये किलो तक बिका है. हालांकि, इस बार ऐसा नहीं होगा, क्योंकि सरकार ने सही समय पर सटीक कदम उठा लिया है.
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