Hailstorm In Rajasthan: किसानों पर आपदाओं का संकट हमेशा रहा है. वर्ष 2022 खरीफ सीजन में बाढ़, सूखा और बारिश ने फसलों को बहुत नुकसान पहुंचाया. किसानों की करोड़ों रुपये की फसलें बर्बाद हो गईं. फिर कीट रोगों ने किसानों की फसलों का नुकसान किया. पिछले कुछ दिनों से किसानों की फसलों को पाला सता रहा था तो अब बारिश ने नुकसान करना शुरू कर दिया है. लेकिन कुदरत का कहर यही नहीं थम रहा. अब ओले ने किसानों की फसलों को बड़ी क्षति पहुंचाई है. इस बार खबर राजस्थान से है. यहां आसमान से इतना ओला बरसा है कि सड़कों पर भी बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है.
15 एमएम तक के ओले पड़े
मौसम विभाग ने बताया है कि राजस्थान के उदयपुर में 15 एमएम तक के ओले पड़े हैं. इतने मोटे ओले होने के कारण किसानों की फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है. ओलावृष्टि अधिक होने के कारण किसानों की पारंपरिक फसल आलू, चना, सरसों को बहुत अधिक नुकसान हुआ हैं. लाखों के नुकसान से किसान परेशान है.
अफीम को भी नुकसान पहुंचा
राजस्थान में कुछ क्षेत्र में अफीम की खेती भी की जाती है. किसानों का कहना है कि आसमान से बर्फ के रूप में मोटे ओले बरसें हैं. ओलों के कारण ही यहां उगाई गई अफीम की पफसल को भी नुकसान हुआ है. किसान खेतों में जाकर अफीम की फसल के रखरखाव में जुट गए हैं. बता दें कि अपफीम की खेती को विश्व की सबसे महंगी खेती में से एक माना जाता है. ऐसे में किसान फसल नुकसान से खासे परेशान हैं.
इन क्षेत्रों में डेढ़ लाख हेक्टेयर फसल को नुकसान
जोधपुर संभाग के जालौर जिले में लगातार बारिश जारी है. बारिश अधिक होने के कारण यहां तापमान बहुत तेजी से गिरा है. किसान अधिक बारिश और ठंड के कारण फसल नुकसान को बचाने के लिए बाहर कदम नहीं रख पा रहा है. भारी बारिश के कारण किसानों की फसलों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है. विशेषज्ञों का कहना है कि तेज बारिश के साथ तेज हवाएं भी राजस्थान में चल रही हैं. इससे जो फसल नीचे पड़ी हुई है. उसे अधिक नुकसान हो सकता है. राजस्थान के जालौर जिले के भीनमाल, सांचौर, रानीवाड़ा में करीब 1.5 लाख हेक्टेयर में फसलों को नुकसान पहुंचा है.
अभी जारी रहेगी बारिश
भारतीय मौसम विभाग ने राजस्थान के कुछ जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है. यहां तेज हवाएं, बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है. कहीं कहीं हलकी बारिश भी देखने को मिल सकती है. वहीं किसान परेशान है कि ऐसे मौसम में फसलों का बचाव कैसे करे?
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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