Orange Production In India: बारिश, बाढ़ और सूखे की मार से कराह रहे किसान कीट और रोगों की मार से नहीं उबर पा रहे हैं. महाराष्ट्र में फंगल वायरल ने पपीते की फसल बर्बाद कर दी थी. इसके बाद मिर्च की फसलों पर कीटों का प्रकोप देखने को मिला. पपीते और मिर्च की खेती मे किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. अब इस राज्य में एक और फसल पर संकट मंडरा गया है. इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. 


संतरे के बागों का 40 प्रतिशत तक उत्पादन प्रभावित
देश में महाराष्ट्र का नागपुर का संतरा फेमस है. अलग अलग स्टेट में संतरा यहां से भेजा जाता है. लेकिन इस बार संतरे की फसल कीटों के प्रकोप में घिर गई हैं. मंडी कारोबारियों का कहना है कि इस बार नागपुर के संतरों पर कीटों का प्रकोप देखने को मिल रहा है. इससे संतरे के बाग 30 से 40 प्रतिशत तक प्रभावित हुए हैं. 


कोल्शी रोग बना संतरे की बर्बादी की वजह
संतरे रोग की बर्बाद की वजह कीट रोग बना है. विशेषज्ञों का कहना है कि कोल्शी रोग के चलते महाराष्ट्र में संतरे की फसल को नुकसान पहुंचा है. ये मक्खी जनित रोग है. इस रोग में काली मक्खी संतरे के पत्तों का रस सोख लेती है. संतरे के पत्ते पर मक्खी काला स्राव छोड़ती है. इस काले स्त्राव के चलते संतरे के पत्तों को धूप नहीं मिल पाती है. धूप न मिलने के कारण प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया रूक जाती है. इसका असर संतरे के पेड़ पर देखने को मिलता है. पेड़ पर लगे संतरे और पत्ते दोनों ही सूखकर गिरने लगते हैं. 


छोटे संतरों को पहले ही नहीं मिल रहे खरीदार
इस बार महाराष्ट्र का संतरा शुरू से ही संकट में हैं. बांग्लादेश के आयात शुल्क बढ़ाने के कारण खपत नहीं हो पा रही है. छोटे संतरों की तो इतनी बुरी स्थिति हो गई है. उन्हें कोई खरीदार तक नहीं मिल रहा है. किसान छोटे संतरों को खुले में फेंकने को मजबूर हैं. संतरा उत्पादन के लिए फेमस नागपुर और अमरावती में हालत खराब हैं. 


1.27 लाख हेक्टेयर में होती है संतरे की फसल
देश में सबसे ज्यादा संतरा उत्पादन महाराष्ट्र में होता है. यहां 1.27 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में संतरे की खेती होती हैं. नागपुर का संतरा देश ही नहीं दुनिया में पसंद किया जाता है. संतरे के कारण ही नागपुर को ऑरेंज सिटी के रूप में भी लोग जानते हैं. महाराष्ट्र के अलावा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में संतरे की खेती की जाती है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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