Paddy Purchase: देश में धान खरीद की कार्रवाई कुछ राज्यों में थम गई है तो कुछ मेें धान खरीद में तेजी दर्ज की गई हैं. इस साल राज्य सरकारों ने भी किसानों को राहत दी है. सभी स्टेट गवर्नमेंट ने 48 घंटे से 72 घंटे के बीच में किसानों के खाते में एमएसपी का पैसा भेज दिया है. छत्तीसगढ़ में धान खरीद की कार्रवाई तेजी से चल रही है. यहां खरीद केंद्रों पर किसान धान बेचने जा रहे हैं. किसानों की सुविधा भी खरीद केंद्र प्रशासन और जिला प्रशासन ध्यान रख रहे हैं.
14 लाख किसानों के खाते में भेजे गए साढ़े 11 हजार करोड़ रुपये
छत्तीसगढ़ के सभी जिलों की मंडियों में धान की खरीदारी चल रही है. राज्य सरकार के आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में लगभग 55 लाख मीट्रिक टन धान खरीद कर ली गई हैं. इस धान की एमएसपी(MSP On Paddy) के रूप में करीब 14 लाख किसानों के खाते में साढ़े 11 हजार करोड़ रुपये भेज दिए हैं. यह धनराशि बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत भेजी गई हैं.
110 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य तय
राज्य में एक नवंबर से धान खरीद शुरू कर दी गई है. स्टेट गवर्नमेंट ने धान खरीद के लिए लक्ष्य तय कर रखा है. इस साल किसानों से 110 लाख मीट्रक टन धान खरीदा जाना है. मुख्यमंत्री ने सभी जिले के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि खरीद केंद्रों में आने वाले किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो. लक्ष्य के सापेक्ष धान खरीद की अवश्य की जाए. बिना धान खरीद किसानों को न लौटाया जाए.
इतनी एमएसपी पर हो रही धान खरीद
छत्तीसगढ़ में धान खरीद एमएसपी पर की जा रही है. धान खरीद के लिए 2594 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं. सामान्य धान 2040 रुपये प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों से खरीदा जा रहा है. वहीं, दूसरे स्टेट से आने वाले धान पर कड़ी नजर रखी जा रही है. प्रशासन इसे अवैध परिवहन मानते हुए कार्रवाई कर रहा है.
19 हजार से अधिक ऑनलाइन टोकन जारी
धान खरीदी के लिए 70,356 टोकन, वहीं टोकन तुंहर हाथ एप के जरिये 19,481 ऑनलाइन टोकन जारी किए गए हैं. किसान ऑनलाइन पंजीकरण में भी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. इस साल 25.92 लाख किसानों का पंजीकरण हुआ है. इसमें से लगभग 2.26 लाखा नए किसान जुड़े हैं. वहीं, पंजीकृत किसानों के धान का रकबा बढ़कर 30.44 लाख हेक्टेयर हो गया है.
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