Paddy Procurement: देश में नहीं होगी चावल की किल्लत, इस राज्य ने केंद्रीय पूल में भर दिया धान का रिकॉर्ड भंडार
छत्तीसगढ़ ने धान खरीद के मामले में किसानों को राहत दी है. छत्तीसगढ़ में 103 लाख मीट्रिक टन धान खरीद कर ली है. केंद्रीय पूल में रिकॉर्ड धान जमा किया है.

Paddy Procurement in Chhattisgarh: देश के कई राज्यों में अभी धान खरीद चल रही है. उत्तर प्रदेश में धान खरीद गति नहीं पकड़ पा रही है तो बिहार में किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है. वहां कई जिलों में लक्ष्य पूरा होने के कारण धान खरीद ही बंद कर दी गई है. किसानों को औने पौने दामों पर धान बेचना पड़ रहा है. लेकिन छत्तीसगढ़ में इस बार रिकॉर्ड खरीद हुई है. इस बार की धान खरीद ने पिछले सभी रिकॉर्ड धवस्त कर दिए हैं. किसान अभी भी धान बेचने के लिए खरीद केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. उधर, धान को लेकर ही छत्तीसगढ़ सरकार ने देश में अलग मुकाम हासिल किया है.
धान भरने वाला दूसरा राज्य छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में बंपर धान खरीद का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि छत्तीसगढ़ केंद्रीय पूल में सबसे अधिक धान जमा करने वाला दूसरा राज्य बन गया है. भारत सरकार ने 15 जनवरी को केंद्रीय पूल को लेकर रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ ने केंद्रीय पूल में 92 लाख मीट्रिक टन धान जमा कर दिया है. इस सीजन में सबसे ज्यादा धान जमा करने वाला छत्तीसगढ़ दूसरा स्टेट है.
किसानों के लिए बड़ी उपलब्धि
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि केंद्रीय पूल में इतना अधिक धान जमा करना वाकई प्रशंसा योग्य है. यह किसानों की मेहनत और उनका खेती की ओर वापस आने का ही परिणाम है. पुराना रिकॉर्ड टूटना राज्य सरकार की एक और बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और प्रदेश का कृषि विभाग किसानों की मदद के लिए हमेशा तैयार है. राज्य में राजीव गांधी किसान न्याय योजना भी संचालित है. इससे भी किसानों की मदद करने की हर संभव कोशिशें जारी हैं. इसका परिणाम है कि छत्तीसगढ़ राज्य धान केंद्रीय पूल में धान देने में देश का दूसरा बड़ा राज्य बन गया है.
103 लाख मीट्रिक टन हुई धान खरीद
छत्तीसगढ़ में इस बार रिकार्ड धान खरीद हुई है. धान खरीद के कारण पिछले कई सालों का रिकॉर्ड टूट गया है. वर्ष 2021-22 में 98 लाख मीट्रिक टन धान खरीद हुई थी. इस साल यह बढ़कर 103 लाख मीट्रिक टन हो गई है. धान खरीद की अंतिम तारीख 31 जनवरी है. ऐसे में धान खरीद का आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद है. वहीं, राज्य सरकार ने धान खरी का लक्ष्य 110 लाख मीट्रिक टन तय कर रखा है. इस सीजन में लक्ष्य के सापेक्ष 7 लाख मीट्रिक टन धान खरीद और होनी है, जोकि जल्द ही होने की उम्मीद है.
बिहार में किसानों के सामने संकट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में किसानों के सामने संकट बना हुआ है. यहां लक्ष्य पूरा होने के कारण किसान सरकारी केंद्रों पर धान ही नहीं बेच पा रहे हैं. बिहार के सीवान में 20 प्रतिशत किसान अभी भी ऐसे हैं, जोकि अपना धान नहीं बेच पाए हैं. इससे किसान परेशान हो गए है. किसानों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने धान खरीद का लक्ष्य नहीं बढ़ाया है. इस कारण किसानों को उल्टी सीधी कीमतों पर धान को बेचना पड़ रहा है. आंकड़ों के अनुसार, अकेले सीवान में धान बिक्री के लिए 31 हजार 490 किसानों ने पंजीकरण कराया है. इनमें से 10 हजार 650 किसानों से 65 हजार 166 एमटी धान खरीद कर ली गई है. 20 हजार 840 अभी धान बेचने से वंचित रह गए हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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