Paddy Procurement in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से ही धान खरीद महाभियान चल रहा है, जो 31 जनवरी तक चलेगा. राज्य ने पहले सप्ताह में ही एमएसपी पर 1 लाख 10 हजार 196 मीट्रिक टन धान की खरीद पूरी कर ली है. अब तक 37,641 से अधिक किसान धान की बिक्री न्यूनतम समर्थन मूल्य (Paddy MSP 2022) पर कर चुके हैं, जिसकी एवज में बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत किसानों के बैंक खाते में 295.65 करोड़ की पेमेंट हो गई है. किसानों को 72 घंटे की तुलना में 48 घंटे के अंदर धान की बिक्री का भुगतान मिल रहा है. इस व्यवस्था को और भी सुदृढ़ बनाने के लिए 'टोकन तुंहर हाथ' मोबाइल एप (Token Tunhar Hath) पर ऑनलाइन टोकन भी जारी हो रहे हैं.
किसानों को जारी हुए 16,589 टोकन
छत्तीसगढ़ में धान खरीद महाभियान (Dhaan Khareed Mahabhiyan) को लेकर खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने मीडिया के हवाले से बताया कि पहले सप्ताह में धान बेचने वाले किसानों को कुल 16,589 टोकन जारी हुए, जिनमें 1,857 ऑनलाइन टोकन तुंहर हाथ एप से जारी हुए थे. यहां खरीद केंद्रों पर किसानों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं, ताकि बिना किसी समस्या के धान की खरीद की जा सके. अधिकारियों ने बताया कि पिछल साल की तुलना में इस साल धान के खरीद केंद्रों से कोई शिकायत नहीं आई है.
तेजी से हुआ धान का उठाव
छत्तीसगढ़ ने 7 दिन के अंदर ही धान की खरीद के लिए निर्धारित लक्ष्य को हासिल कर लिया है. अभी भी किसानों से धान खरीदा जा रहा है और हाथोंहाथ धान का उठाव भी जारी है. इसके लिए राज्य सरकार ने करीब 720 मिलरों से अनुबंध किया है. रिपोर्ट्स की मानें तो राज्य में 7.93 लाख मीट्रिक टन धान को कस्टम मिलिंग के लिए जारी किया जा चुका है. वहीं धान की कस्टम मिलिंग के लिए 13.32 लाख मीट्रिक टन धान की अनुमति भी दी गई है.
7 दिन के अंदर पार हुआ धान खरीदा का लक्ष्य
छत्तीसगढ़ में धान की खरीद को लेकर खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस साल राज्य सरकार ने करीब 110 लाख मीट्रिक धान उपार्जन का लक्ष्य निर्धारित किया था. इसके लिए करीब 25.92 लाख किसानों ने पंजीकरण भी करवाया था. इसमें 1.86 लाख नये किसान शामिल हैं. वहीं राज्य में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद के लिए 2497 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं. यहां ज्यादातर किसानों ने साधारण धान को 2040 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान 2060 रुपये प्रति क्विंटल की निर्धारित एमएसपी पर ही बेचा है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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