Paddy Management: देश के कई राज्यों में धान खरीद चल रही है. केंद्र सरकार भी अपने स्तर से धान खरीद का आंकड़ा जुटा रही है. इस बार देश में धानों का बंपर प्रॉडक्शन हुआ है. केेंद्र सरकार निश्चिंत है कि आने वाले समय में देश में अनाज का संकट नहीं होगा. वहीं कुछ राज्य धान खरीद की कार्रवाई में जुटे हैं. अब दक्षिण भारत के राज्य में धान खरीद शुरू होने वाली है. राज्य सरकार के स्तर से धान खरीद को लेकर ग्राउंड लेवल पर सारी तैयारियां कर ली गई है. 


कर्नाटक में 1 जनवरी से होगी धान-रागी खरीद
कर्नाटक गवर्नमेंट ने धान खरीद की अधिकारिक घोषणा कर दी है. यहां धान और रागी की खरीद 1 जनवरी से शुरू हो जाएगी, जोकि 31 मार्च तक चलेगी. धान खरीद के लिए कर्नाटक स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग कमेटी को एजेंसी के रूप मेें नामित किया है. इसी कमेटी की जिम्मेदारी होगी कि धान और रागी सही तरीके से किसानों से खरीदे और उसका पूरा लेखा जोखा रखे. 


एक किसान से खरीदा जाएगा 40 क्विंटल धान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक के मैसूर प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि जिले में धान खरीद एक जनवरी से शुरू हो जाएगी. एक किसान से अधिकतम 40 क्विंटल धान ही खरीदा जाएगा. वहीं रागी की बात करें तो इसको अधिकतम 20 क्विंटल तक ही किसान बेच सकेंगे. धान का खरीद रेट 2040 और रागी की खरीद का रेट 3578 रुपये पर की जाएगी. अधिकारियों का कहना है कि सरकार की तरफ से जो रेट तय किए गए हैं. किसान उन्हीं मूल्यों पर अपनी फसलों को बेचें. 


मैसूर में खोले गए 14 खरीद केंद्र
राज्य में धान खरीद के लिए सेंटर खोल दिए गए हैं. अकेले मैसूर में 14 सेंटर खोले गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि यदि और अधिक सेंटर खोलने की जरूरत पड़ती है तो खोले जाएंगे. शीर्ष अधिकारियों ने गेहूं की गुणवत्ता जांच करने के लिए अधिकारी तैनात कर दिए हैं. अनाज के भंडारण में सभी नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं. एमएसपी पर फसल बेचने वाले किसानों का पैसा सीधे उनके खाते में भेज दिया जाएगा. इसके लिए किसानों को खरीद केंद्रों पर अपना पहचान पत्र, मसलन आधार कार्ड और अन्य डिटेल जमा करनी होगी. अधिकारियों ने निर्देशित कर दिया है कि किसानों के बीच धान खरीद को लेकर अवेयर करने के लिए अभियान चलाया जाए. किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो. इसके लिए धान खरीद केेंद्रों पर हेल्प सेंटर बनाए जाएं. लापरवाही बरतने पर कार्रवाई तय है.  


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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