Paddy Purchase: खरीफ फसल कटकर मंडी पहुंच गई है. किसान सरकार की MSP पर अपनी फसल बेच रहे हैं. देश के अलग अलग स्टेट में खरीफ की प्रमुख फसल धान खरीद की जा रही है. स्टेट गवर्नमेंट भी लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए धान खरीद पर नजर बनाए हुए है. हर दिन धान खरीद की अपडेट ली जा रही है. वहीं, दक्षिण भारत के प्रमुख स्टेट तेलंगाना में भी राज्य सरकार ने धान खरीद शुरू कर दी है. खरीद केंद्रों पर जिला प्रशासन, खरीद केंद्र अधिकारी और एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के अधिकारी जानकारी ले रहे हैं. 


1.32 लाख किसानों से 8.93 लाख टन धान खरीदा
पिछले कुछ दिनों में तेलंगाना में धान खरीद में तेजी आई है. सोमवार तक 1.32 लाख किसानों से लगभग 8.93 लाख टन की खरीद कर ली गई है. पिछले साल खरीफ सीजन में इसी दौरान अभी तक लगभग 8.1 लाख टन धान खरीदा था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नागरिक आपूर्ति मंत्री गंगुला कमलाकर धान खरीद को लेकर लगातार समीक्षा कर रही है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि केंद्र सरकार के तय मानकों वाली धान ही खरीद केंद्रों पर MSP से खरीदी जाए. इसमें कोई भी अधिकारी कर्मचारी लापरवाही न बरते.


4579 केंद्रों पर चल रही खरीद
तेलंगाना गवर्नमेंट ने धान खरीद के लिए राज्य में 4579 खरीद केंद्र स्थापित किए हैं. खरीद केंद्रों पर लेन देन सही रखने, मॉइश्चर मशीन, धान की सफाई करने वाली मशीन, बारदाने की प्रॉपर व्यवस्था की जा चुकी है. धान के भंडारण में अभी तक 2.23 करोड़ रुपये के बारदाने का प्रयोग किया जा चुका है. स्टेट में ग्रेड ए धान की एमएसपी 2,060 रुपये प्रति क्विंटल और सामान्य ग्रेड धान 2,040 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई है. 


64 लाख एकड़ में हुई धान की खेती
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तेलंगाना में किसानों ने भरपूर धान बोया था. करीब 64 लाख एकड़ में धान की फसल बोई गई है. किसानों से 1.51 करोड़ मीट्रिक टन धान के बाजार में आने की उम्मीद है. इसमें से एक करोड़ मीट्रिक टन की खरीद सरकार करेगी. धान खरीद के लिए खरीद केंद्रों में हेल्प डेस्क भी बना दिए गए हैं. हेल्प डेस्क पर अधिकारी कर्मचारी तैनात हैं. उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि किसान किसी समस्या को लेकर आ रहा है तो तुरंत उसकी समस्या नोट की जाए. उसका निवारण हर हाल में हो. धान खरीद का पूरा लेखा जोखा जिला लेवल पर तैयार किया जाए. इसकी हर दिन रिपोर्ट राजधानी भेजी जा रही है. खुद राज्य सरकार भी किसानों की परेशानियों के हल करने की हर संभव कोशिश कर रही है. 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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