Paddy Management: आने वाले समय में देश में अनाज का संकट पैदा नहीं होगा. इसके लिए राज्यों में बंपर तरीके से सभी अनाजों की खरीद कर रही हैं. देश के अलग अलग स्टेट में बंपर धान खरीद हो रही है. केंद्र सरकार प्रत्येक स्टेट के आंकड़े जुटा रही है. ऐसे में जो नए आंकड़े सामने आए हैं. ये भी देशवासियों के लिए सुखद हैं. देश में पिछले साल के मुकाबले अधिक धान खरीद हुई है. केंद्र सरकार ने भी लोगों को आश्वस्त किया है कि अनाज को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है. केंद्र सरकार के पास बफर स्टॉक पर्याप्त हैं. कोई भी स्टॉक न करें.
6.8% बढ़ गई धान खरीद
भारतीय खाद्य निगम(FCI) के हालिया आंकड़ों के अनुसार, चालू खरीपफ सीजन 2022-23 में केंद्रीय पूल के लिए धान की खरीद 7 नवंबर को 21.45 मिलियन टन से 6.8 प्रतिशत अधिक थी, जबकि एक साल पहले यह 20.08 मिलियन टन थी. आंकड़ों से साफ है कि इस साल सरकार स्टॉक को भरने के लिए तेजी से धान की खरीद करेगी. क्योंकि केंद्र सरकार के पास चावल का केंद्रीय पूल स्टॉक 19 प्रतिशत कम था और पिछले वर्ष की तुलना में 1 अक्टूबर को अन-मिल्ड धान का स्टॉक 16 प्रतिशत कम रहा.
पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु में बढ़ी धान खरीद
देश के अलग अलग राज्यों में धान खरीद चल रही है. जिला लेवल से सभी आंकड़ों को जुटाकर राजधानी भेज दिया जाता है. आंकड़ों के अनुसार, इस साल पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडु में धान खरीद में वृद्धि हुई. उत्तर प्रदेश के अनाज का बड़ा प्रोडक्शन हब माना जाता है. यहां पिछले साल के सापेक्ष उत्पादन कम हुआ है. 7 नवंबर तक राज्यों का अनाज का प्रोडक्शन पिछले साल 14.63 मिलियन टन था, जबकि इस बार यह12.39 मिलियन टन रहा.
बदलते मौसम चक्र का पड़ रहा प्रभाव
एक्सपर्ट का कहना है कि कुछ राज्यों में प्रोडक्शन प्रभावित होने के पीछे मौसम चक्र का बदलाव है. मानसून सीजन यानि जून से सितंबर के दौरान बारिश में कमी होने की वजह से उत्तर प्रदेश में धान का रकबा घट गया है. इससे प्रोडक्शन में कमी देखने को मिली है. सरकार का लक्ष्य चालू खरीफ विपणन सीजन के दौरान 77.13 मिलियन टन धान की खरीद का है. पिछले सीजन में वास्तविक खरीद 75.93 मिलियन टन थी. धान गर्मी और सर्दी की फसल है. हालांकि, इसका 80 प्रतिशत गर्मी में पैदा होता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.