Paddy Procurement: बिहार में धान का एमएसपी रेट 2040 रुपये, हर जिले का अलग लक्ष्य होगा तय
बिहार में धान खरीद की कवायद शुरू कर दी गई है. स्टेट गवर्नमेंट ने एमएसपी तय कर दी हैं. साथ ही अलग अलग जिलों का टारगेट भी तय कर दियाा गया है.
Paddy Purchasing: देश के अलग अलग राज्यों में धान खरीद की कवायद चल रही है. छत्तीसगढ़, HARYANA, PUNJAB, UTTAR PRADESH समेत अन्य राज्यों में एमएसपी पर धान खरीदें जा रहे हैं. बिहार में अभी तक धान खरीद शुरू नहीं हुई है. इसको लेकर शीर्ष स्तर पर बैठकें की जा रही हैं. किसानों की फसल MSP पर मिले और उन्हें खरीद केंद्रों पर फसल बेचने में कोई परेशानी न हो. इसको लेकर भी बिहार गवर्नमेंट ग्राउंड लेवल पर कसरत कर रही है. मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने सभी जिलों के प्रशासनिक अफसर, एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट और मंडी अफसरों को व्यवस्था दुरस्त करने के निर्देश दिए हैं.
उसना चावल मिलों की बढ़ेगी संख्या
BIHAR में उसना चावल अधिक खाया जाता है. प्रशासनिक लेवल पर उसना चावल मिलों की संख्या बढ़ाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. चावल की खपत अधिक बढ़े और मिलों उनका रखरखाव सही ढंग से हो. इसको लेकर भी अधिकारी उसना मिल मालिकों से संपर्क करेंगे. सभी उसना मिल मालिकों को धान खरीद से जोड़ा जाएगा. अफसरों को निर्देश हैं कि धान खरीद बेहतर सही ढंग से की जाए, ताकि किसानों को परेशानी न हो.
इस बार का MSP रेट 2040 रुपये
बिहार में धान की एमएसपी तय कर दी गई है. इस सीजन में धान का एमएसपी रेट 2040 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है. जिला वार धान खरीद की कार्रवाई अलग होगी यानि हर जिले के लिए धान खरीद का लख्य अलग रखा जाएगा. अधिकारी जिला लेवल पर धान खरीद का टारगेट तय करने, धान खरीद की प्रक्रिया जल्द शुरू करने की तैयारियों में जुट गए हैं.
पराली जलाने पर रहेगी रोक
धान की फसल कटने के बाद अब बिहार में भी पराली जलाने का संकट मंडराने लगा है. मुख्यमंत्री के स्तर से अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि किसानों को पराली नहीं जलाने के लिए मोटिवेट करें. इसके लिए अधिकारी किसानों के बीच खेत में जाएं. किसानों को पराली जलाने के नुकसान के बारे में बताएं. यदि इससे एनवायरमेंट खराब हो रहा है तो उसे लेकर भी किसानों को अवेयर करें. यदि कोई किसान इसके बावजूद पराली जलाना नहीं छोड़ता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.