Kisan Pashu credit Card: भारत खेती प्रधान देश है. यहां की बड़ी आबादी खेती किसानी से जुड़ी है. खेती किसानी के चलते ही उसका जुड़ाव पशुपालन से भी हैं. भातर के सभी राज्यों में पशु पालन संबंधी गतिविधियों से लोग जुड़े रहते हैं. कुछ निजी तौर पर पशु पालते हैं तो कुछ कर्मिशयली लाभ लेने के लिए पशुपालन करते हैं. हाल में लंपी वायरस की चपेट में आकर देश में हजारों पशुओं की मौत हो गई. हालांकि केंद्र व राज्य सरकारों ने पीड़ित किसानों की मदद भी की. केंद्र सरकार ने पशुपालन के लिए क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी हुई है. किसान इसका सही उपयोग कर पशु की मौत होने के अलावा, बीमार होने, चोट लगने तक का ख्याल रख सकते हैं.
पहले जानिए, पशु किसान क्रेडिट क्या है?
केंद्र सरकार देश में पशुपालन को लगातार बढ़ावा दे रही है. इसके लिए पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत की गई है. क्रेडिट कार्ड से पशु की मौत होने, बीमार होने, चोट लगने व अन्य तरीके की परेशानी होने पर लाभ लिया जा सकता है. पशुपालन को कमर्शियली तौर पर करने वाले पशुपालक इसका सही लाभ ले सकते हैं.
कितना मिल जाता है लोन
पशु किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से केंद्र सरकार पशुपालकों को 3 लाख रुपये तक दे रही है. 3 लाख रुपये तक लोन लेने में किसान को गारंटी देनी पड़ती है, जबकि 1.60 लाख रुपये तक का लोन किसान बिना किसी गारंटी के ले सकता है. क्रेडिट कार्ड की मदद से किसान पशुपालन, मछली, पालन, डेयरी और पोल्ट्री कारोबार को बढ़ावा दिया जा सकता है.
कितनी ब्याज लगती है?
किसी भी बैंक से लोन लेने जाए तो 7 से 9 प्रतिशत की ब्याज चुकानी पड़ती है. लेकिन पशु किसान क्रेडिट कार्ड में सिर्फ 4 प्रतिशत की ब्याज देनी पड़ती है. हालांकि लोन पर ब्याज अधिक होती है. लेकिन समय से चुकता करने पर केंद्र सरकार 3 प्रतिशत की छूट देती है. इस तरह केवल 4 प्रतिशत ब्याज ही देनी पड़ती है.
क्रेडिट कार्ड पाने के लिए यहां आवेदन करिए
पशु किसान क्रेडिट कार्ड की अच्छी बात यह है कि इसे पाने के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन किया जा सकता है. आफलाइन में इसका पफार्म बैंक से लेना होता है. क्रेडिट कार्ड पाने के लिए पशुओं का हेल्थ सर्टिफिकेट, बीमित पशुओं पर लोन की जानकारी, बैंक का क्रेडिट स्कोर, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो की आवश्यकता होती है. 15 दिन में लोन का प्रोसेस पूरा हो जाता है. वहीं ऑनलाइन में भी इसी तरह के डॉक्यूमेंट जमा करने होते हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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