लहसुन के किसानों के लिए गुलाबी लहसुन (Pink Garlic) किसी वरदान से कम नहीं है. इसकी खेती कर के किसान एक तरफ जहां सफेद लहसुन के मुकाबले मोटा मुनाफा कमाएंगे, वहीं इस गुलाबी लहसुन को खा कर लोग अपनी सेहत भी पहले के मुकाबले ज्यादा दुरुस्त कर पाएंगे. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस गुलाबी लहसुन में फॉस्फोरस, मैंगनीज, जस्ता, कैल्शियम, विटामिन सी, विटामिन बी 6 भरपूर मात्रा में पाया जाता है. तो चलिए आज हम आपको इस अनोखे और शानदार गुलाबी लहसुन के बारे में बताते हैं.
कहां से आया ये लहसुन?
ये गुलाबी लहसुन बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने तैयार किया है. यह लहसुन की उन्नत किस्म है. न्यूज 18 में छपी खबर के मुताबिक, इस लहसुन की उत्पादन क्षमता सफेद लहसुन के मुकाबले कहीं ज्यादा है. इसके साथ ही इसमें मौजूद औषधीय गुण पारंपरिक लहसुन से भी ज्यादा हैं. इसमें सल्फर और एंटीऑक्सीडेंट सफेद लहसुन के मुकाबले ज्यादा पाया जाता है. सबसे अच्छी बात की ये लहसुन सफेद लहसुन की तरह जल्दी खराब नहीं होता, बल्कि उससे ज्यादा समय तक चलता है. इसमें पाया जाने वाला पोटैशियम इसे ज्यादा किफायती और टिकाऊ बनाता है, जिसकी वजह से ये जल्दी खराब नहीं होता.
किसानों को होगा बंपर मुनाफा
गुलाबी लहसुन और उसकी खासियत की खबर जब से आई है, किसानों में इसे लेकर उत्साह है. बिहार सरकार जल्द ही किसानों को इस गुलाबी लहसुन के बीज उपलब्ध करा सकती है, जिसके बाद बिहार में कई किसान इस गुलाबी लहसुन की खेती करेंगे, वहीं एक बार बिहार में इसकी खेती होने के बाद पूरे देश में किसान इस गुलाबी लहसुन की खेती कर के मोटा मुनाफा कमा सकते हैं. किसान इस लहसुन को भारतीय बाजारों के साथ-साथ विदेशी बाजारों में भी बेच सकते हैं. इसलिए अगर आप लहसुन की खेती कर रहे हैं या करना चाह रहे हैं तो आपको विशेषज्ञों से सलाह लेकर अब सफेद के बदले गुलाबी लहसुन की खेती करनी चाहिए, ताकि आप पारंपरिक लहसुन के मुकाबले ज्यादा उपज पैदा कर सकें और मुनाफा कमा सकें.
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